खैरागढ़ रोड पर प्राइवेट हॉस्पिटल का कब्जा ,ना निगम विभाग से कोई कारवाही न महापौर से कोई जवाब
रिपोर्टर=शेखर ठाकुर
राजनांदगांव के चिखली खैरागढ़ रोड पे स्थित प्राइवेट संजीवनी हॉस्पिटल लगातार कई समय से विवादो में रहा है ,और एक विवाद तो हमेशा ही सामने आता है की बिना पार्किंग व्यवस्था के हॉस्पिटल निर्माण की अनुमति इन्हे कैसे मिल गई ,हॉस्पिटल के द्वारा रोड तक फ्लोरिंग करा दी गई है जहा उनके निजी वाहन खड़े रहते है ,और जो मरीज हॉस्पिटल में भर्ती रहते है उनके परिजनों का हॉस्पिटल में आना जाना लगा रहता है और उनके द्वारा मुख्य मार्ग पर गाड़ी पार्क कर दी जाती है ,जिससे की रोड और सकरी होती जा रही है ,शाम से लेके रात्रि तक भारी वाहनों का खैरागढ़ रोड पे आवागमन और सुबह से दोपहर तक स्कूल के बच्चो का आवागमन इसी मार्ग से होता है ,और हॉस्पिटल में आने वाले व्यक्तियों द्वारा इसी मार्ग पर गाड़ी पार्क करके हॉस्पिटल में प्रवेश किया जाता है हॉस्पिटल गार्ड सिर्फ नाम मात्र के लिए है ,बिना पार्किंग व्यवस्था के हॉस्पिटल बनाना और अब उसे संचालित करना तो ये अवैध रूप से माना जाएगा क्युकी इनके द्वारा पार्किंग न होने के कारण वर्तमान और भविष्य में हॉस्पिटल से लगे मार्ग पे बड़ी घटना घटने की संभावना बनी हुई है ,परंतु निगम विभाग के टीम और मेडम महापौर को ये सब दिखाई नहीं देता ,उनका ध्यान उसी मार्ग पे बने हॉस्पिटल पे ना जाके ,एरिया से दूर बने शराब भट्टी पे ज्यादा ध्यान केंद्रित है,अभी उन्हे होश आ रहा है जब चुनाव पास आ रहा है की शराब भट्टी नही खुलना चाइए और भट्टी बंद होना चाइए ,पर इन्ही के संरक्षण पर 5 सालो से अवैध सब कार्य हो रहे है उन्हे अभी तक इन्होंने न रोका ना उसपे ध्यान दिया ,और अपनी नाकामी छुपाने के लिए पुलिस प्रशासन का नाम लेते हुए पुलिस विभाग की छवि खराब की जा रही है,जब पुलिस कोई कारवाही करती है तो इन्ही लोगो के द्वारा अवैध काम कर रहे लोगो ,और इनके पार्षदगण किसी गलत गतिविधि में विलुप्त पाए जाते है तो विभागीय अधिकारी पे उन्हें छोड़ने दवाब डाला जाता है और इनकी सुनवाई न होने पे ये उस अधिकारी की छवि खराब करने पे लगे रहते है ,अपने कार्यकाल में अगर इनके द्वारा अच्छे कार्य किए जाते तो इन्हे जनसमर्थन मिलता पर आज स्तिथि ऐसी आ गई है की इन्हे भीड़ इकट्ठा करने के लिए लोगो को खर्चे पानी देके बुलाया जाता है ,अगर उन्हें लगता है कुछ गलत हो रहा है तो सबसे पहले यातायात को बाधित करने वाले हॉस्पिटल के विरुद्ध कड़ी कारवाही की जाए उसके बाद किसी दूसरे विषय पे सोचे।।