छात्रावासों का मासिक निरीक्षण का कार्य समय पर हो-प्रमुख सचिव डॉ ई. रमेश कुमार
संवाददाता संजय देपाले
*धार* धार जिला के होस्टल अधीक्षक मानक प्रक्रिया को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करें। छात्रावासों का मासिक निरीक्षण का कार्य समय पर हो। अधीक्षक अपने अपने मूल कार्य पर पूरी नजर रखे। बीईओ, प्राचार्य, अधीक्षक की सामूहिक जिम्मेदारी है कि होस्टल में बच्चों को कोई परेशानी न हो। बच्चों की मेन्टल हेल्थ का भी ध्यान रखे उनसे लगातार चर्चा करते रहे। यह बात प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग डॉ ई. रमेश कुमार ने पीएम एक्सिलेंस कॉलेज के विकम सभागृह में समस्त हाई स्कूल / उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्यों ,छात्रवास अधीक्षकों, की बैठक में दिए ।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग तात्कालिक कार्य के लिए सजेत रहे। धार जिला एक ट्रायबल बाहुल्य क्षेत्र है। उन्होंने भी कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा होस्टल में रहकर ही करी है। उन्होंने कहा कि पहले अधीक्षक का बच्चों के प्रति लगाव रहता था। अब बच्चों की मानसिक स्थिति में भी बदलाव आया है। सभी अपनी मौलिक जिम्मेदारी को समझे। जिले में किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर कार्यवाही की जाएगी। धार जिला ट्रायबल के लिए फोकस है। होस्टल अधीक्षक एक रजिस्टर तैयार कर समय-समय बच्चों की माता पिता से बात करवाते रहे । इसके साथ ही बच्चों को समय भी दे। छात्रवास में स्वच्छ पेयजल, साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी रहे। अधीक्षक अपने दायरे और गरीमा को समझे, बच्चों के प्रति व्यवहार सही हो। उनसे इमोशनल कनेक्श हो।
सभी हॉस्टलों में स्पोट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कैलेंडर तैयार करें । प्राचार्य हर माह अपने हॉस्टलों का निरीक्षण कर बच्चों से चर्चा करें रिपोर्ट तैयार करें। उनके करियर काउंसलिंग करें, बीआरसी और जन शिक्षक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल का निरीक्षण करें।
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कहा कि प्राचार्य अपनी व्यक्तिगत रुचि लेकर बोर्ड के एग्जाम में अच्छा रिजल्ट लाए। प्राचार्य की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि स्कूल में अच्छा वातावरण तैयार करें। अधीक्षक अपने दायित्व को अच्छे से निभाए।
संभागीय उपायुक्त बृजेश चन्द्र पाण्डे ने कहा कि धार जिला एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। माता-पिता उम्मीद के साथ अपने बच्चे हॉस्टल में छोड़ के जाते हैं । बच्चों की शिक्षा के लिए हमारा कर्तव्य है कि उसकी गतिविधियों को देखें। समय-समय पर अधीक्षक बच्चों और उनके पालकों को से चर्चा करते रहें।
कन्या परिसर में सीसीटीवी कैमरे कार्यरत रहे
कन्या परिसर में सीसीटीवी कैमरे कार्यरत रहे। वहां पर महिला की नाइट ड्यूटी लगाएं हॉस्टल अधीक्षक का भी वही निवास करें। नेस इसके लिए सभी तैयारी कर ले। हॉस्टल अधीक्षक अपने दायित्व पर ध्यान दें। बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें ,बच्चे अनुशासन में रहे। डिजिटल स्टूडियो का उपयोग कर बच्चों को डिजिटल शिक्षा उपलब्ध कराए। इस सत्र के रिजल्ट शत प्रतिशत रहे। यह बात प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग डॉ ई. रमेश कुमार ने जिला पंचायत सभागार में आयोजित विशिष्ट संस्थाएं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर, आवासीय विद्यालय की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक चौधरी ,उपायुक्त बृजेश चन्द्र पाण्डे मौजूद रहें।