एक लाख छात्र कर रहे गणवेश राशि का इंतजार
रिपोर्ट राकेश मालवीय
सिवनी नया शिक्षण सत्र शुरू हुए छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन जिले के कक्षा पहली से आठवीं तक के 1.19 लाख से ज्यादा बच्चों को अब तक गणवेश की राशि नहीं मिली है। इस स्थिति के चलते कई बच्चे बिना गणवेश के स्कूल जा रहे हैं।
जिला शिक्षा केंद्र ने सभी ब्लॉकों से बच्चों की सूची राज्य शिक्षा केंद्र को भेज दी है, जहां से 600 रुपये की राशि सीधे छात्रों के खातों में भेजी जाएगी। यह राशि दो जोड़ी गणवेश खरीदने के लिए है।
अभिभावकों का कहना है कि महंगाई के चलते 600 रुपये में दो जोड़ी गणवेश मिल पाना संभव नहीं है।
डेढ़ साल से नहीं मिली राशि
जिले में पिछले डेढ़ साल से छात्रों को गणवेश की राशि नहीं मिली है। पिछले साल पूरा सत्र गणवेश की प्रतीक्षा में बीता, और इस साल भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। कई छात्र मजबूरी में पुरानी या बिना गणवेश के स्कूल आ रहे हैं।
अभिभावकों का कहना है कि प्रति छात्र 600 रुपये की राशि अपर्याप्त है। कपड़े की कीमतें बढ़ गई हैं, और एक जोड़ी गणवेश के लिए आवश्यक सामग्री का खर्च 400 से 500 रुपये है। इसके अलावा, सिलाई का खर्च भी 250 से 300 रुपये है।
डीपीसी का बयान
जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी महेश बघेल ने बताया कि इस साल अभी गणवेश के लिए राशि नहीं मिली है और इस पर शासन स्तर पर कार्रवाई चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साल रेडिमेड गणवेश के कारण वितरण नहीं हो पाया था।
जिले में गणवेश के लिए छात्रों की संख्या:
– सिवनी ब्लाक: 24,105 छात्र
– लखनादौन: 21,291 छात्र
– घंसौर: 14,719 छात्र
– बरघाट: 16,129 छात्र
– केवलारी: 12,705 छात्र
– कुरई: 11,820 छात्र
– छपारा: 10,983 छात्र
– धनौरा: 8,005 छात्र
अभिभावकों ने सरकार से अपील की है कि राशि बढ़ाई जाए ताकि बच्चों को उचित गणवेश मिल सके।