किरदारे मुस्तफा कांफ्रेंस का आयोजन
रिपोर्टर मुहम्मद इसरार
दरगाह माफी कदम रसूल दरगाह के गद्दी नशीन,और सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय सचिव,हजरत शेख मोहम्मद शफीक बाबा लाल शाह कादरी अशरफी की सदारत में, किरदारे मुस्तफा कांफ्रेंस का आयोजन हुआ, जिसमें आगरा शहर मुफ्ती मुफ्ती मुदस्सिर खान कादरी ने खिताब करते हुए कहा कि किरदारे मुस्तफा आम करने के लिए इस्लामिक कॉलिज , स्कूल का होना जरूरी है।
दूर दराज से तशरीफ लाए उलेमा इकराम ने अपने अपने अहम मशवरों से नवाजा और किरदारे मुस्तफा को आम करने के हवाले से बेहतरीन मशवरे पेश किए।
इस मीटिंग के नतीजे मैं किरदारे मुस्तफा एजुकेशन के नाम से एक तंजीम बनाई, जिस के तहत उलेमा ए इकराम व सूफिया ए इकराम मिल कर किरदारे मुस्तफा एजुकेशन को आम करने के लिए अपनी अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह निभाएंगे,
हर जगह पर तरबियत गाहे कायम की जाए, ताकि हर मुस्लमान किरदारे मुस्तफा से वाकिफ हो,और गैर मुस्लिमों को भी किरदारे मुस्तफा की जानकारी दी जाए।
निजामत करते हुए मुफ्ती कमरुद्दीन सकाफी साहब ने कहा के किरदारे मुस्तफा
को आम करने के लिए मकतब को मजबूत करना बहुत जरूरी है। तालीम के साथ साथ अपने बच्चों की तरबियत भी बहुत अच्छी होनी जरूरी है।
इस मौके अपने सदारती बयान में बाबा लाल शाह कादरी अशरफी ने कहा इस तंजीम किरदार ए मुस्तफा की जानिब सरकार की हयाते तय्यबा को आम करने के लिए किरदारे मुस्तफा पर छोटी छोटी किताबे छपवा कर फ्री में तकसीम की जाएं जो उर्दू और हिदी दौनो जुबानों हो बिना ताकि हर शख्स अपने घर में पड़ सके बिना मजहब ओ मिल्लत के भेदभाव किताबे तकसीम की जाए ताकि दूसरे मजहब के लोग भी जान सकें इसके के मेरे नबी किरदार क्या है सिर्फ जलसे और जुलूसो और नारे से काम नहीं चलने वाला जलसों के साथ हमें बुनियादी काम करने होंगे एजुकेशन पर खास तब्ज्जो देनी होगी
इस कार्यक्रम में मौलाना अरशदुल रहमान साहब,मौलाना मसरूर साहब, मुफ्ती अनवारूल हक साहब, हाफिज शाने आलम, मौलाना तौसीफ रजा, हाफिज कफील साहब, हाफिज गुलाम गौस साहब, कारी जहगीर आलम अशरफी, हाफिज मुहम्मद तालिब साहब, हाफिज आबिद साहब, हाफिज जबीर साहब,मौलाना वहीद साहब, हाफिज मुस्तकीम साहब, हाफिज कफील रजा, हाफिज मुजीब साहब, हाफिज रियाज साहब, मौलाना मुहम्मद मीर कादरी साहब, पीरजादा सलमान शेख कादरी शफीकी, हाफिज जाने आलम साहब, हाफिज अनस साहब, हाफिज जाकिर हुसैन साहब, सूफी शाकिर कादरी शफीकी, सूफी नूर मुहम्मद साबरी, सूफी शाहनवाज खान, शारूख खान शफीकी, मोअज़्जिन शाकिर अली अंसारी आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शानदार व्यवस्था पीर ज़ादा आमिर कादरी शफीकी और पीर ज़ादा सलमान कादरी शफीकी द्वारा किया गया।