सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत खस्ता महिला वार्ड में टपक रहा छत से पानी
रिपोर्टर: जन्डू जगजीत
घड़साना: एक और राजस्थान सरकार आमजन के स्वास्थ्य को लेकर विभिन्न योजनाएं निकाल रही तो वहीं दूसरी ओर घड़साना के राजकीय चिकित्सालय की हालत खस्ता हो रखी है। असपताल में महिला वार्ड की छत से पानी टपक रहा है और सारा पानी कमरे के फर्श पर पूरी तरह फैला हुआ है । वही महिला वार्ड के पीछे की दीवार में सीलन आने के कारण पानी के फव्वारे निकल रहे हैं , महिला वार्ड के कमरे की पीछे की दीवार में लगे लोहे के जंगलों में सिलन के कारण करंट भी आ रहा है , इसके बावजूद चिकित्सालय प्रशासन द्वारा इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। महिला वार्ड के अंदर की छत का मलबा टूटकर नीचे गिर गया और तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है , अस्पताल में जगह जगह से छत लगा सैकड़ों साल पुराना लगा लेंटर का सरिया बाहर की दुनिया में झांकता हुआ दिखाई दे रहा है। जगह-जगह से टूटी हुई छत से हर मलबा नीचे गिरता रहता है , और उसके ठीक नीचे भर्ती कर लिटाए गए मरीज अपनी बीमारी को भूल गिरते हुए मलबे से बचने का प्रयास में ही रहते है । गनीमत रही की इस मलबे के गिरने से अब तक कोई हादसा नहीं हुआ । लेबर रूम से लाकर महिला को इसी वार्ड में शिफ्ट किया जाता है , यदि इस दौरान मलबा नवजात शिशु के ऊपर गिर जाता तो शिशु की मौत भी हो सकती है , परंतु ड्यूटी पर उपस्थित स्टाफ से लेकर डॉक्टरों को भी यह समस्या दिखाई नहीं दे रही । चिकित्सालय भवन की हालात खस्ता हो रखी है, कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है, पिछले दिनों जिला हेडक्वार्टर अनूपगढ़ में एक बैंक पुरानी इमारत की छत भरभरा कर गिर गई थी, रविवार का दिन होने के कारण वहां कोई जानी नुकसान नही हुआ था , उससे सबक लेकर अबतक स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को राजकीय चिकित्सालय की इमारत की मरम्मत का कार्य शुरू कर देना चाहिए था। मगर प्रशासन क्यों अभी तक मूक दर्शक बना बैठा है ? आखिर किसके इंतजार में है प्रशासन ?
इनका कहना
सुनील कुमार परिजन का भाई
बीती रात सुनील कुमार ने अपनी बहन को अस्पताल में डिलीवरी हेतु भर्ती करवाया गया था डिलीवरी होने के बाद महिला को जो बेड मिला उसे बेड पर छत से पानी टपक कर गिर रहा था उस पर महिला के भाई सुनील कुमार ने आपत्ति जताई उन्होंने बताया कि बेड के पास से छत मे से पानी टपक रहा है और पीछे बने लोहे के जंगलो में से करंट आ रहा है उन्होंने इसकी सूचना डॉक्टर को दी परंतु डॉक्टर ने सुबह का कहकर उसे टाल दिया ।
मदन गेदर बजरंग दल अध्यक्ष
मुझे जैसे ही इसकी सूचना मिली मैं मौके पर पहुंचा और मैं सब कुछ देखने के बाद डॉक्टर को फोन लगाया एक बार तो फोन उठाया परंतु बाद में फोन को स्विच ऑफ कर दिया , वहीं पीछे की दीवार में भी करंट आ रहा था, स्टाफ से पता चला कि पहले भी कई बार करंट आ चुका है । यदि इस दौरान कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी रहेगी महिला वार्ड के साथ-साथ पुरुष वार्ड के बाहर के बरामदे , टेक्निकल लैब में भी यही कुछ देखने को मिल रहा है अधिकारियों को सब कुछ मालूम होने के बावजूद भी अधिकारी चुपचाप मुक दर्शक बने बैठे हैं ।