बुरहानपुर से गहरा रिश्ता हैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का

रिपोर्ट डॉ. आनंद दीक्षित
नही भूले कभी स्वरूप नागौरी ‘बुआ’ के घर जाना, डॉ. मोहन यादव को खाने में पसंद हैं बुआ के हाथ की छोटी वाली खट्टी-मीठी कचोरी और खिचड़ी
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनने पर बुरहानपुर की मुंह बोली बुआ ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मोहन विधायक और मंत्री रहते बुरहानपुर आते और उनके घर में ही आराम किया करते थे। बुआ के साथ ही बुरहानपुर के यादव समाज के लोग मुख्यमंत्री बनने पर काफी खुश हैं।
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का ऐतिहासिक शहर बुरहानपुर से गहरा नाता है। वह जब-जब बुरहानपुर आते हैं तब राजपुरा स्थित पूर्व पार्षद स्वरूप नागोरी के यहां जरूर जाते हैं। वह उन्हें अपनी बुआ मानते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव बुआ के हाथों से बनी छोटी वाली खट्टी-मीठी कचोरी और खिचड़ी खाना नहीं भूलते हैं। पूर्व पार्षद और मुख्यमंत्री मोहन यादव की मुंह बोली बुआ स्वरूप नागोरी एक होटल भी चलाती हैं.
इसके पहले मोहन यादव विधायक रहते दो बार बुरहानपुर आ चुके हैं। उच्च शिक्षा मंत्री बनने पर वह अपने साथियों के साथ बुरहानपुर आए थे। उन्होंने बुआ के ही घर पर विश्राम किया था। तब बुआ ने उनसे पूछा था कि क्या खाओगे? उन्होंने कहा था कि आपके हाथों से बनी हुई खट्टी मीठी कचोरी और खिचड़ी खिला दो। तब बुआ ने उनको खट्टी मीठी कचोरी और खिचड़ी खिलाई थी जिसकी आज बुआ बहुत याद कर रही हैं।
*भतीजे के साथ पारिवारिक संबंध*
बुआ स्वरूप नागोरी ने बताया कि उज्जैन के रहने वाले मेरे भतीजे के साथ उनके पारिवारिक संबंध है। यह दोनों साथ में पढ़ते थे। उस समय से ही वह उन्हें बुआ कहकर बुलाते हैं। विधायक और मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस संबंध को बखूबी निभाया है। संबंधों का मनोज यादव बहुत सम्मान करते हैं। उनका मुख्यमंत्री बनना बुआ के लिए गर्व की बात है।
*सीएम के नाम की घोषणा होते ही खुशी से झूमीं उठी बुआ*
बुआ ने कहा कि वह जब कभी भी वह महाराष्ट्र जाते थे तो बुरहानपुर आकर मेरे घर पर जरूर रुकते थे। जब टीवी पर उनके सीएम बनने की खबर सुनी तो वह खुशी से झूम उठीं। बुआ ने कहा कि उज्जैन में काफी लोग मानते थे कि वह एक दिन मुख्यमंत्री जरूर बनेंगे। अब वह दिन आ गया जब मोहन यादव मुख्यमंत्री बन गए।
*बुरहानपुर में ही रहती हैं सीएम की मौसी भी*
वहीं इस दौरान बुरहानपुर में यादव समाज में हर्ष का माहौल है। यादव समाज के युवा खासकर काफी खुश नजर आ रहे हैं। बुरहानपुर में पांडुमल चौराहे पर उनकी दूर के रिश्ते में मौसी रहती हैं। वह जब भी बुरहानपुर आते हैं तो अपने मौसी के यहां भी जाते हैं। इस दौरान युवाओं के अनुसार वह शुरू से ही काफी मिलनसार और सरल स्वभाव के रहे हैं। इसका नतीजा रहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए। अब प्रदेश के चहुमुखी विकास को कोई नहीं रोक पाएगा।