पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को आईजा राष्ट्रीय सलाहकार नियुक्त होने पर सम्मान समारोह आयोजित
रिपोर्टर सुभाषिनी बोहत गोदरे
पहले हिन्दुस्तान में तागझाग करने को खराब माना जाता था लेकिन आज की युवा पीढी सुबह 4 बजें से ही सोशल मीडिया पर तागझाग करने में लग जाती है – प्रदीप जैन आदित्य
मध्यप्रदेश के मांडव में जनवरी माह में आयोजित होगा जैन पत्रकारो का महाकुंभ
सिरोंज। भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोशिसयन आईजा के राष्ट्रीय सलाहकार नियुक्त होने पर आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया के प्रतिनिधि के रूप में आईजा के वरिष्ठ पदाधिकारी राजीव जैन सैनानी ने झांसी पहुचकर उन्हें राष्ट्रीय सलाहकार का नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर श्री सैनानी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य का शॉल श्रीफल व प्रतिचिन्ह देकर उनका सम्मान किया। तो वही आईजा को संदेश देते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आईजा ने मुझे अपने संठगन में जोडा और में राजीव जैन सैनानी का भी आभारी हूं जिन्होने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मेरी वार्ता कराई और एक उत्तरदायित्व दिया। वही उन्होने कहा कि आप प्रदीप जैन जी के प्रतिनित्धव के रूप में नही बल्कि एक जागरूक स्वर्ण संस्कृति के लेखक के रूप में बुंदेलखण्ड की माठी में आए। इसके लिए हम आपका आभार व्यक्त करते है। आज बहुत बडी चुनौतिया पूरे विश्व के सामने है अगर हम देखे तो एक समय होता था। कि कही कही सुनने में आता था कि हिन्दू डिप्रेशन में है किसी को इनडाइपी है पहले बडें लोगो को यह बीमारी थी। उस समय हम देखते थे कि यदि किसी को बात भी करना है तो चिट्टी तीन दिन में पहुचती थी और कोई बेचेनी नही होती थी ट्रेन से आदमी आता था। लेकिन आज जो सबसे बडी जिम्मेदारी है हम सब कि है वह जिम्मेदारी है जो यूथ के अन्दर डिप्रेशन बड रहा इन्डाइपी बड रहा उसका मूल कारण है इंटरनेट का बढता हुआ प्रयोग,जो रील है। जिस तरह का मॉडल पूरी दुनिया के सामने है उस समय जो आपका संगठन है वो निश्चित रूप से समाचार पत्रों के माध्यम से लोगो को पडनें में रूचिकल बनाएगा। क्योकि अगर लोग पडेगें तो न उनमें इन्डाइपी होगी और न ही डिप्रेशन होगा। आज एक बहुत बडा सर्वे भी आया है जो लोग रील देखते है बार-बार दिनभर मोबाईल देखते है कही न कही उनका मानसिक अत्यिधिक अस्तित्व होना अनिवार्य है पागलपन की हद से ज्यादा जा सकता है। एक समय था जब तागझाग को हिन्दुस्तान में खराब माना जाता था। लोग कहते थे कि तागझाग नही करोगें। लेकिन अब सुबह 4 बजें से ही लोग तागझाग करने लगते है चाहे वह व्हॉटएप हो चाहे वह इंस्टाग्राम हो या फिर सोशल मीडिया के जितने भी नए नए एप हो और दूसरा आत्मप्रदर्शन जो सैल्फी है वह सैल्फी राजनैतिक व्यक्ति की तो मजबूरी है क्योकि उसे अपनी दीवार पर कुछ न कुछ लिखना है। लेकिन एक जो छोटा सा बच्चा जिसने जन्म लिया उसके भी अकाउंट बन गए वह भी अपनी लाईफिंग देख रहा है। तो ऐसे में जो आईजा का संगठन है वह संगठन में समाचार पत्रों को जितनी नई पीढी तक पहुचाएंगा और उसमें न्यूज के साथ साथ व्यूज लेगा। उन व्यूज से एक पूरी की पूरी देश की युवा पीढी इन बुराईयों से बचेंगी
आईजा के राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर चर्चा – आईजा का राष्ट्रीय अधिवेशन जो कि जनवरी 2025 मध्यप्रदेश के माडव में होने जा रहा है। जिसमें पूरे देश के पत्रकार शामिल होगें। इस संबंध में पूर्व केन्द्रीय मत्रीं प्रदीप जैन आदित्य की मोबाईल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया एंव प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप बाफना से चर्चा हुई। साथ ही कई विषयों व अधिवेशन की तैयारियो को लेकर मंथन हुआ।
पुस्तक की गई भेंट – पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य धार्मिक व्यक्तित्व के धनी व पत्रकार, लेखक के रूप में एक अच्छी खासी रूचि रखते है। श्री आदित्य की बहन विदिशा श्रीमति सुधा चौधरी द्वारा लिखित पुस्तकें जिसमें चिद्-स्वभाव,प्रकाश के लिए,एक अहिंसात्मक जीवन शैली,नई सुबह,बुंदेली व्यंजन की आदि पुस्तकें आईजा को भेंट की।