यह शक्ति साधना का देश, भारत माता को भी देवी स्वरूप में पूजते हैं- पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह
रिपोर्ट-नितिन पटैरिया
विधानसभा क्षेत्र स्तरीय भजन प्रतियोगिता का समापन व पुरस्कार वितरण समारोह हुआ
*पीतांबरा म्यूजिक ग्रुप मालथौन विधानसभा क्षेत्र विजेता रहा*
*खुरई*। भारतवर्ष देवी मां का देश है, हम अपने प्यारे देश को भी भारत माता के स्वरूप में पूजते हैं। देवी मां के पर्व नवरात्रि पर और कन्या पूजन करके हर शुभ कार्य का आरंभ हमारे देश में होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की नारी शक्ति को निर्णायक भूमिका देने के लिए सांसदों विधायकों की 33 प्रतिशत सीटें नारी शक्ति को आरक्षित कर दी हैं। देवी महिमा पर यह विचार पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने विधानसभा स्तरीय भजन प्रतियोगिता के फाइनल प्रस्तुतिकरण समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
खुरई के मंगला महाकाली शेड में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि नवरात्रि शक्ति की साधना और आराधना का पर्व है। देवी शक्ति की आराधना में लीन श्रद्धालुओं को धर्म आध्यात्ममयी वातावरण निर्मित करने पूरे विधानसभा क्षेत्र के चारों मंडलों में भजन प्रतियोगिताओं की श्रृंखला आरंभ की गई। सभी स्थानों पर 208 भजन मंडलियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और इनमें से प्रत्येक मंडल की तीन विजेता मंडलियों का चयन किया गया। सभी मंडलों की चार प्रथम विजेता मंडलियों को 31 हजार, चार द्वितीय विजेता मंडलियों को 21 हजार और चार तृतीय स्थान पाने वाली मंडलियों को 11 हजार रुपए की सम्मान राशि तय की गई। चारों मंडलों की प्रथम मंडल विजेताओं के बीच फाइनल प्रतियोगिता आज खुरई में कराई गई जिनमें से भजनों का विधानसभा विजेता चुना जा रहा है। विधानसभा क्षेत्र विजेता मंडली को 51 हजार रुपए की सम्मान राशि दी जा रही है।
पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मंदिर सिर्फ हमारे आराधना स्थल ही नहीं है ये हमारे लिए जीवन ऊर्जा का अनंत स्रोत होते हैं जिनकी आध्यात्मिक ऊर्जा शक्ति समय के साथ साथ निरंतर बढ़ती रहती है। उन्होंने कहा कि हमने खुरई विधानसभा क्षेत्र में एक हजार से अधिक मंदिर बनवाए और पुनर्निर्मित कराए हैं। यह साधारण काम नहीं था , बड़े संकल्प और संसाधनों का काम था। खुरई विधानसभा क्षेत्र में देश के अनेक महान संतों की श्रीमद् भागवत कथाएं कराई हैं। खंडहर हो रहे खुरई किले के एतिहासिक डोहेला मंदिर और बीजासन मंदिर को भव्य स्वरूप दे कर डोहेला महोत्सव की शुरुआत की है जिसमें देश के बड़े फिल्म कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं हैं और हर वर्ष देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सात दिवसीय भजन प्रतियोगिताओं के माध्यम से क्षेत्र के धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक चेतना वाले लोगों को आपस में जुड़ने का बड़ा अवसर मिला है। उन्होंने बताया कि सैकड़ों भजन मंडलियों को उनकी ओर से वाद्य यंत्र और साऊंड सिस्टम उपलब्ध कराए गए जिनसे पूरे विधानसभा क्षेत्र में सांस्कृतिक सांगीतिक वातावरण निर्मित हुआ है।
*यह रहीं चार मंडलों की विजेता भजन मंडलियां*
सात दिवस में अपनी प्रस्तुतियां करने वाली 208 मंडलियों में से चारों मंडलों की तीन तीन विजेता टीमों को गुणीं कलाकारों की निर्णायक मंडलियों ने चुना।
बांदरी मंडल की प्रथम विजेता मां सरस्वती भजन मंडली रतनपुर, द्वितीय श्री रामायण भजन मंडली बांदरी, तृतीय स्थान पर जय मां शारदा भजन मंडल बड़रव रही। मालथौन मंडल की प्रथम विजेता मां पीतांबरा म्यूजिक ग्रुप मालथौन, द्वितीय महाकाली म्यूजिक ग्रुप बरोदिया कलां व तृतीय स्थान पर सूर्य भजन मंडल अंडेला रही।
खुरई नगर मंडल की प्रथम विजेता श्री कृष्ण भजन मंडल श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड, द्वितीय स्थान पर राघव सिद्धम मंडल सहोद्रा बाई राय वार्ड, तृतीय स्थान पर सांवरिया भजन मंडल वीर सावरकर वार्ड रही। खुरई ग्रामीण मंडल की भजन प्रतियोगिता प्रथम विजेता रामायण भजन मंडल नरोदा, द्वितीय शिव महिला मंडल बनहट और तृतीय स्थान पर हरि भजन मंडल कोकलपारा रही। इन चारों मंडलों की प्रथम विजेता मंडलियों में आपस में फाइनल कांपिटीशन हुआ जिसमें विधानसभा क्षेत्र विजेता भजन मंडली का चयन हुआ।
*फाइनल प्रतियोगिता में विख्यात कलाकार रहे निर्णायक
पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने फाइनल प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल का परिचय देते हुए कहा कि इनमें सभी माने हुए श्रेष्ठ संगीतकार गायक हैं। उन्होंने बताया निर्णायक मंडल में शामिल कि रविंद्र सिंह गौर सागर के प्रथम गोल्डन आर्केस्ट्रा के संस्थापक और गायन वादन के प्रशिक्षक हैं। खुरई के मनोज जैन व नितिन पटैरिया स्वयं गुणीं गायक हैं जिनकी संगीत के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान है। आदर्श संगीत महाविद्यालय के व्याख्याता तबला वादक विभूति मलिक और आकाशवाणी गायक कलाकार देवीसिंह राजपूत निर्णायकों में शामिल हैं।