मां महामाया देवी मंदिर कोदवा महन्त में माता के भक्तो द्वारा 100 अखण्ड ज्योति कलश 9 दिन के लिए स्थापना किया गया
रिपोर्टर रवि जायसवाल
लोरमी.10अक्टूबर 2024
लोरमी के समीपस्थ ग्राम कोदवा महंत में मां महामाया देवी प्रांगण में ही देवी की अष्टभुजी रूप में स्थापित है। वहीं अष्टमी पूजा शुक्रवार को किया जाना है। मां महामाया मंदिर में भक्तों का भीड़ सुबह शाम मंगल आरती पूजा के लिए उमड़ा रहता है। विगत कई वर्षों से नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना किया जा रहा है। इस वर्ष नवरात्रि में माता के भक्तों के द्वारा
मनोकामना 100 अखण्ड ज्योति कलश 9 दिन के लिए स्थापना किया गया है । रोजाना रात्रि में माता की जगराता जस गीत सेवा
का आयोजन किया जाता है।
*या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।*
यह एक बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जो देवी दुर्गा की महिमा का वर्णन करता है। इस मंत्र में कहा गया है कि देवी सभी जीवों में शक्ति के रूप में विराजमान हैं।
इस मंत्र का अर्थ है:
“हे देवी, आप सभी जीवों में शक्ति के रूप में स्थित हैं।
आपको नमस्कार है, आपको नमस्कार है, आपको नमस्कार है, नमो नमः।”
इस मंत्र का जाप करने से:
– शक्ति और साहस में वृद्धि होती है।
– आत्मविश्वास और आध्यात्मिक ज्ञान में वृद्धि होती है।
– मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
– देवी की कृपाऔरआशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवरात्रि में माता की आराधना विशेष होती है!
नवरात्रि के दौरान, माता दुर्गा की आराधना करने से विशेष लाभ होता है। यह त्योहार माता की शक्ति और महिमा को मनाने के लिए होता है।
नवरात्रि में माता की आराधना के लिए विशेष तरीके:
1. माता की पूजा: नवरात्रि के दौरान माता की पूजा करना आवश्यक है। पूजा में माता की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें और उनकी पूजा करें।
2. हवन: हवन करने से माता की कृपा प्राप्त होती है। हवन में माता के मंत्रों का जाप करें।
3. जाप: माता के मंत्रों का जाप करने से माता की कृपा प्राप्त होती है। जाप में “*ॐ माता दुर्गे नमः*” *ॐ श्री दुर्गायै नमः*” जैसे मंत्रों का उपयोग करें।
4. व्रत: नवरात्रि के दौरान व्रत रखने से माता की कृपा प्राप्त होती है। व्रत में माता की पूजा और जाप करना आवश्यक है।
5. सेवा: नवरात्रि के दौरान गरीबों और असहाय लोगों की सेवा करने से माता की कृपा प्राप्त होती है।
नवरात्रि में माता की आराधना के लाभ:
1. शक्ति और साहस में वृद्धि होती है।
2. मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
3. जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
4. आध्यात्मिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त होता है।
5. माता की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
आप नवरात्रि में माता की
आराधना करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
इस आयोजन में समस्त ग्राम वासी तन मन धन लगाकर नवरात्रि में माता की आराधना में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे है।