दुष्टों के नाश के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र की जरूरत, रीवा में बोले राजेंद्र शुक्ल
रिपोर्टर सज्जन तिवारी
रीवा। देश सहित प्रदेश में विजयदशमी का उत्सव धूमधाम से बनाया जा रहा है। वहीं, रावण दहन का आयोजन भी किया जा रहा है। इसके अलावा जिलों में शस्त्रों का पूजन भी किया गया है। रीवा में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विधि विधान के साथ शस्त्र पूजा की इस दौरान पुलिस महकमे के आला अफसर भी उपस्थित रहे
*उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने की शस्त्र पूजा*
विजयदशमी के शुभ अवसर पर शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित प्रदेश के तमाम मंत्री और उच्च अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में शस्त्रों की पूजा की रीवा के पुलिस लाइन में आयोजित शस्त्र पूजा में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल शामिल हुए उन्होंने शस्त्रों की पूजा कर शस्त्रों को माथे से लगाया इस दौरान पूजा स्थल पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने हर्ष फायर भी किया।
*पुलिस के आला अफसर भी रहे उपस्थित*
रीवा के पुलिस लाइन में आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में वरिष्ठ आधिकारी आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार, डीआईजी साकेत पाण्डेय, एसपी विवेक सिंह सहित एडिशनल एसपी व अन्य पुलिस आधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे इस दौरान सभी लोगों ने शस्त्रों की पूजा की और शस्त्रों को प्रणाम किया है।
*अधर्म पर धर्म की विजय का उत्सव है विजयदशमी*
शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मीडिया से चर्चा की इस दौरान उन्होंने देश और प्रदेश वासियों को विजयदशमी की शुभकामनाए दी उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विजयदशमी का पर्व अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। इस अवसर पर हमे संकल्प लेना है कि जो हमारे समाज में विकृतियां और कुरूतियां पनप रही हैं उनको समाज से दूर करना है।
*दुष्टों के नाश के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र की जरूरत*
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि विजयदशमी का पर्व भगवान राम से जुड़ा है। समाज की रक्षा के लिए शस्त्र और शास्त्र दोनों जरूरी है शास्त्र हमारी संस्कृति को बचाने का कार्य करते हैं, तो शस्त्र दुष्टों के विनाश करने के कार्य में आता है। उन्होंने कहा कि शस्त्र वास्तव में सज्जनों की रक्षा के लिए है और दुष्टों के संहार के लिए है।