तहसील मुख्यालय बड़ौदा में अन्य बैंक न होने से आस पास के तीन दर्जन से भी अधिक गांवों के लोग भारतीय स्टेट बैंक पर निर्भर बैंक में नहीं है स्टाफ

रिर्पोट नरेन्द्र सिंह मीणा
बड़ौदा: हम सब जानते हैं की आज कि परिस्थिति में छोटे से छोटा काम हो या बड़े से बड़ा काम आज एक मजदूर से लेकर बड़े से बड़े व्यापारी को बैंक की कितनी आवश्यकता होती है यह हम सब जानते हैं केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार की जितनी भी योजनाए है उनमें हितग्राही को लाभ तभी मिल सकता है जब उसका खाता किसी राष्टिकृत बैंक में हो लेकिन भारतीय स्टेट बैंक शाखा बड़ौदा में लोगो के खाते तो बहुत है जब खाते में आधार लिंक करवाना हो डीबीटी करवाना हो तो बैंक के पास पर्याप्त स्टॉफ नहीं है जिसके कारण आस पास के तीन दर्जन से भी अधिक गांवों के लोगो को तहसील मुख्यालय पर आकर बैंक के चक्कर काटने पड़ते है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के किसान,मज़दूर वर्ग के लोगो को बैंक से संबंधित अपने काम के लिए अपने काम को छोड़कर रोज बैंको के चक्कर लगाने के बाद भी बैंक में स्टॉफ की कमी के कारण उनके बैंक से संबंधित काम नही हो रहे श्योपुर जिला प्रशासन का भी ध्यान इस ओर नही है जिससे शहरी एवं ग्रामीणजनों की समस्या का शीघ्र समाधान हो सके जिला कलेक्टर महोदय अपने संज्ञान में लेकर जितनी जल्दी हो सके बैंक से संबंधित लोगों की डीबीटी,आधार लिंक से संबंधित समस्या का शीघ्र समाधान कराए जिससे राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ हितग्राहियों को समय रहते मिल सके और कोई भी व्यक्ति शासन की योजनाओ से बैंक के स्टॉफ की कमी के कारण वंचित नहीं रह सके