सजधज के सुहागिन महिलाओ ने चन्र्दमा को दिया अर्घ्य ,मांगी पति की लंबी आयु
रिपोर्टर सुवीर कुमार त्रिपाठी
औरेया जनपद में करवा चौथ व्रत बड़े ही हर्ष उलालस के साथ मनाया गया है ।यह पर्व दशहरा के बाद चौथे दिन पड़ता है । इसके बाद धनतेरस,यमराज पूजा ,के बाद दीपोत्सव का पर्व मनाया जाता है । करवा चौथ पर्व में सुहागिन महिलाये अपने 16 शंगार करके निर्झला व्रत रख करके और रात्रि बेला विधिविधान सेश्री गणेश भगवान की पूजा करके चन्द्रमा को अर्घ्य दिया है । ततपश्चात पति की आरती उतार कर पूजा की । तब पति के हातो से जल ग्रहण किया हैं । इस सम्बन्ध में ग्रहणी लख्मी पांडेय बताती हैं कि यह पर्व पति की लंबी आयु के लिए किया जाता है ।इस पर्व को मनाने के लिए खरीद फरोख्त का काम खूब चलता है इसमें महिलाओ द्वारा सजना सवरना के अलावा मेहंदी का विशेष महत्व है ।प्रमुख समाज सेविका श्रीमती विपिन का कहना है कि इसी व्रत के बल पर माता सती सावित्री नेअपने पति सत्यभान के प्राण यमराज से बचाये थे । इस लिए यह पर्व सित्रयों के लिए बहुत ही फल दायीं होता हैं । आचार्य प्रमोद पांडेय बताते हैं कि करवा चौथ से ही दीपावली की शुरुआत हो जाती है ।