पलारी में चार दिनों से ग्रामीण डाक सेवक संघ हड़ताल पर

रिपोर्ट पनमेश्वर साहू
पलारी | पूरे छत्तीसगढ़ में ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर बैठे हैं. यही कारण है कि डाक सेवा छत्तीसगढ़ में पिछले चार दिनों से ठप पड़ी है. डाक सेवक अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं. हालांकि इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. डाक सेवकों की मानें तो इनकी पुरानी मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया. इसी कारण ये धरने पर बैठे हैं.
ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी जारी है। ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल के चलते बलौदाबाज़ार जिला की सभी शाखाओं में कामकाज ठप हो गया है। हड़ताल के चलते मनरेगा भुकतान, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बचत खाता, जमा निकासी का कार्य और डाक सेवाओं का आदान-प्रदान नहीं हो रहा है। ग्रामीण डाक सेवक अक्षय गौतम ने कहा कि इससे पहले भी कई बार सरकार के समक्ष इन मांगों को रखा गया। लेकिन सरकार की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया गया।
ऐसे में अब सभी डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए। जब तक उनकी मांगें पूरा नहीं होतीं तब तक कार्य को बंद रखेंगे।शहर में अपनी मांगों को लेकर रैली निकाल अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान ग्रामीण डाक सेवकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खूब हो हल्ला बोला।
अपनी मांगों पर अड़े हड़तालकर्मी
दरअसल, देश भर में चल रहे ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल का असर बलौदाबाज़ार जिले में भी देखने को मिल रहा है. अपनी सात सूत्रीय मांगो को लेकर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल में है. इस बारे में दौरान अक्षय गौतम ने कहा कि, “लंबे समय से हम अपनी जरूरी मांगो को लेकर आवाज उठाते रहे हैं, जिसमें प्रमुख रूप से 8 घंटे पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ, सभी सिफारिशों को लागू करना शामिल है.