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मछली पालन भी बन सकता अतिरिक्त आय का स्रोत

रिपोर्ट अविचल राजा शर्मा

बड़वानी नीति आयोग के आकांक्षी जिला परियोजना अंतर्गत बड़वानी जिले के राजपुर ब्लॉक के नरावला गांव में गुरूवार को आईटीसी मिशन सुनहरा कल व सीपा संस्था द्वारा मत्स्य पालन विभाग की संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय मत्स्य पालन व्यवसाय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम कृषि विशेषज्ञ प्रांजल मोलेश्वर द्वारा अधिकारियों का स्वागत एवं कृषकों को कार्यक्रम का उद्देश्य बताया। मत्स्य पालन विभाग बड़वानी के सहायक संचालक मत्स्योद्योग श्री एन०पी०रैकवार द्वारा किसानों को बड़वानी जिले मत्स्य पालन व्यवसाय के भविष्य में अपार संभावना एवं अतिरिक्त आय का साधन बताते हुएकिसानों को इसको प्रारंभ करने हेतु विभागीय प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदायोजना अन्तर्गत निम्न लिखित जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अन्तर्गत 15 दिसम्बर 2023तक आवेदन आमंत्रित

मत्स्य पालन से जुड़े कृषकों तथा मत्स्य पालन करने के इच्छुक जिले के व्यक्तियों के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने हेतु कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग जिला बड़वानी में आवेदन आमंत्रित किये गये है। सहायक संचालक मत्स्योद्योग श्री एन०पी०रैकवार द्वारा बताया कि इच्छुक मत्स्य पालक / व्यक्ति मत्स्य विभाग में संपर्क कर विभिन्न योजनाएं जैसे मत्स्य बीज उत्पादन हेतु हैचरी निर्माण, संवर्धन पोड निर्माण, नवीन तालाब निर्माण, मत्स्य पालन हेतु इनपुट्स की व्यवस्था, नवीन जलाशय में मत्स्य बीज फिंगरलिंग संचयन, रंगीन मछलियों की रियरिंग एवं ब्रीडिंगईकाई स्थापना, मत्स्य मार्केटिंग हेतु क्योस्क, ऑटो रिक्शा विधआईस बाक्स, मोटरसाईकिलविथआईस बाक्स, साईकिलविथआईस बाक्स, रेफ्रीजरेटरव्हीकल, इंसुलेटेडव्हीकल, जलाशय में कंज/पेन स्थापना, फिश फीड मिल प्लांट, आईस प्लांट, बायोफ्लॉक टैंक, आर.ए.एस यूनिट, इत्यादि योजनाओं का लाभ ले सकते है। इन योजना में सम्मिलित गतिविधियों का लाभ लेने हेतु इच्छुक व्यक्ति / मत्स्य समिति/समूह, कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग जिला बडवानी में 15 दिसम्बर 2023 तक आवेदन कर सकते है। क्लस्टर आधारित तथा पहले आओ पहले पाओ के आधार पर हितग्रहियों को चयन में प्राथमिकता दी जाएगी।

मत्स्य उद्योग के सामाजिक व आर्थिक प्रभाव

1. मत्स्य आर्थिकी से मत्स्य उद्योग समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन की असीम संभावनाएं हैं।

2. मत्स्य आर्थिकी से जहां मत्स्य व्यापार में लगे लोगों का आर्थिक स्तर सुधरा है वहीं इस वर्ग के लोगों को समाज में प्रतिष्ठित स्थान बनाने का सुअवसर भी प्राप्त हुआ है।

3. ग्रामीण क्षेत्र के मत्स्य कृषकों ने विभिन्न माध्यमों से मत्स्य उद्योग में संलग्न होकर जहां अपना आर्थिक स्तर सुधारा है वहीं दूसरी ओर बाहरी परिवेश में रहकर समाज में फैली कुरीतियों को नष्ट कर अपने सामाजिक स्तर में काफी सुधार किया है।

4. वर्तमान परिवेश में महिलाओं की भागीदारी ने समाज में कुंठित जीवन जीने से बाहर निकलकर उच्च सामाजिक जीवन जीने में काफी सराहनीय प्रगति की है।

5. महिलाओं द्वारा स्वसहायता समूहों का गठन कर विभिन्न रोजगार अपनाकर एक-दूसरे के सहयोग से कार्य कर अपना आर्थिक स्तर तो सुधारा ही है तथा समाज को एक सूत्र में बांधने में काफी सफलता हासिल की है।

6. पूर्व के दशकों में इन परिवारों की आर्थिक दशा अच्छी नहीं थी तथा समाज के बंधनों के कारण घर की चारदीवारी से निकलना नामुमकिन था। परन्तु वर्तमान परिवेश में सामाजिक बंधनों को अनदेखा करते हुए अपने आर्थिक एवं सामाजिक स्तर को सुधारने के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं।

7.आज उद्यमी पुरुष/महिलाओं का समाज में उत्कृष्ट स्थान है। इनके द्वारा अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में लाकर उनके भविष्य को संवारने एवं उच्च स्थान दिलाने के लिए एक सराहनीय कदम है। शिक्षा को समाज का एक मुख्य अंग बनाया गया है क्योंकि शिक्षित समाज ही एक उन्नत समाज बना सकता है तथा शिक्षित व्यक्ति ही अपने घर तथा समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

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