मानस भवन में आनंद विभाग के सौजन्य से जिला प्रशासन एवं सामाजिक संगठनों द्वारा अनाथ बच्चों के साथ दिपाली का पर्व मनाया
रिपोर्टःराजेन्द्र तिवारी
बच्चों को वितरित हुई कंबल सहित अन्य सामग्रियां,
बच्चों की शिक्षा, राशन और उनकी बाकी सुविधाओं के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे,,
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा ऐसे परिवार जिनके बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनके साथ पूरा समाज और पूरा प्रशासन है, आज इसी की अभिव्यक्ति के लिए यह कार्यक्रम आनंद विभाग के सौजन्य से किया गया, इसमें जनप्रतिनिधि शामिल हुए, बच्चों को कुछ उपहार समाज की तरफ से वितरित किए गए, इस आशय की बात आज मानस भवन में आनंद विभाग के सौजन्य से जिला प्रशासन एवं सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित अनाथ बच्चों के साथ दिपाली का पर्व कार्यक्रम के दौरान कही, इनके हर सुख-दुख में साथ रहेंगे, इनको महसूस नहीं होने देंगे कि उनके परिवार में कोई सदस्य नहीं है, इसी भावना को व्यक्त करने के लिए आज यह कार्यक्रम हुआ है,
मां-बाप को खोने की पीड़ा से बड़ी इस दुनिया में कोई पीड़ा नहीं हो सकती, हम इस पीड़ा में एक अंश भी सहभागी बन सके तो यह हमारे लिए संतोष की बात होगी, बच्चे यह बिल्कुल ना समझें कि आपका कोई नहीं है, परिवार के दादा-दादी, नाना नानी, चाचा-चाचा के अलावा हम लोग भी इनके साथ हैं, मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि इन बच्चों की पढ़ाई, लालन-पालन, इनके आगे बढ़ाने, जब तक ये 18 साल के नहीं हो जाते हैं तब तक उनकी सारी जवाबदारी हमारी है, यदि इनको कोई भी दिक्कत आती है, पढ़ाई, भोजन-पानी, हॉस्टल या किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो हम लोगों को जरूर बताएं हम इन बच्चों के लिए जो बेहतर से बेहतर कर सकते हैं, वह करेंगे ताकि इनको आगे बढ़ाने में कोई कठिनाई न हो, यह 18 साल की उम्र के बाद अपने पैरों पर खड़े हो और देश और समाज के लिए कुछ बेहतर कर सकें, बच्चों से और उनके साथ में आए लोगों से आग्रह करते हुए कहा आपको कोई भी छोटी सी भी दिक्कत हो तो हम लोगों को बताइए, हम आपके परिवार हैं आपके लिए जो कर सकते हैं करेंगे,
बच्चों की समस्याएं पूछी गई हैं जिनमें कुछ चीज सामने आई, पैसा नहीं मिल रहा था, वह राशि शुक्रवार को डाल गई, उनसे अपने खाता चेक कराने के लिये कहा गया हैं, राशन पर्ची कुछ लोगों को नहीं मिलने की बात आई हैं उनसे कहा गया है कि अगले महीने से प्रॉपर्ली राशन मिलने लगेगा, प्रधानमंत्री आवास के बारे में कहा गया उसका भी परीक्षण कराया जाएगा, इन बच्चों की शिक्षा, राशन और उनकी बाकी सुविधाओं के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे,