जिला कलक्टर ने ली साप्ताहिक बैठक
रिपोर्टर-ललित रतनू
मौसमी बीमारियों के नियंत्रण को करे पुख्ता प्रबन्ध बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की हो सर्वोच्च प्राथमिकता।
जैसलमेर, 28 अक्टूबर। जिले में पानी, बिजली, सडक, चिकित्सा, पशु चिकित्सा आदि आवश्यक सेवाओं और कल्याणकारी कार्यक्रमो की सप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को जिला कलक्टर प्रताप सिंह की अध्यक्ष्ता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस मौके पर जिला कलक्टर सिंह ने कहा कि इस वर्ष जिले में अच्छी बारिश हुई है, इस कारण जलभराव होने से मच्छर पनपने एवं इससे मलेरिया एवं डेंगू आदि की शिकायते मिल रही है, ऐसे में चिकित्सा विभाग मलेरिया नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि मलेरिया, डेंगू, वायरल आदि मौसमी बीमारितो के कंट्रोल को पुख़्ता चिकित्सा प्रबंधन एवं पर्याप्त दवाइयां सभी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध रखें। कलक्टर ने जल भराव वाले स्थान पर एम ओ एल, गम्बूचिया मछलियां डालने और फोगिंग के निर्देश दिए। ताकि मच्छर पनपने नहीं पाए। उन्होंने जागरूकता गतिविधियां भी चलाने को कहा। इस अवसर पर जिला कलक्टर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सम्पर्क पोर्टल में दर्ज प्रकरणों का समय सीमा में निस्तारण कर परिवादियों को राहत दें। उन्होंने पोर्टल में दर्ज प्रकरणों की विभागवार विस्तार से समीक्षा की एवं निर्देश दिये कि 61 दिवस से 180 दिवस तक के प्रकरण बकाया है उनको निस्तारण कर शून्य की स्थिति में लावें। उन्होंने कहा कि संपर्क पोर्टल जनपरिवेदनाओ को परिलक्षित करता है इसलिए इस पर आने वाले शिकायतों का तत्काल सर्वोच्च प्राथमिकता से निस्तारण करवाए ताकि आमजन को समस्या का समाधान कर राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि परिवेदना निस्तारण में यथासंभव परिवादी को संतुष्ट करने का प्रयास करें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को प्रतिदिन आधा घंटा राजस्थान संपर्क पोर्टल देने को कहा। जिला कलक्टर ने माननीय मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री की यात्रा के दौरान प्रस्तुत परिवेदनाओ पर सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निस्तारण के साथ कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभाग की बजट घोषणाओं की क्रियान्विति समय सीमा में करवाना सुनिश्चित करें एवं इस कार्य को प्राथमिकता से लें।
उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे शहर में हो रहे विद्युत व्यवधान को दुरस्थ करने की कार्यवाही करें एवं यह सुनिश्चित करें कि कम से कम विद्युत काटौती हो। साथ ही पेयजल योजनाओं के लिए विद्युत कनेक्शन सर्वोच्च प्राथमिकता से देने के निर्देश दिए।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने जिले के स्कूलों में आधारभूत संसाधनो पर विस्तृत विचार विमर्श करते हुए चार दिवारी रहित एवं बिजली की सुविधा से वंचित विद्यालयों की ब्लॉक वार समीक्षा कर चरणबद्ध तरीके से सभी में चार दिवारी बनाने, बिजली कनेक्शन कराने ओर शौचालय निर्माण के निर्देश दिए। इसी तरह जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में भी चार दिवारी, पानी, बिजली की सुविधाएं विकसित करने को कहा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मुन्नीराम बागड़िया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता चौधरी, उप वन संरक्षक आशीष व्यास के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।