पुलिस की बर्बरता कम होने का नाम नहीं ले रही है मोबाइल चोरी के शक पर अधेड को जमकर पीटा प्रधान आरक्षक सस्पेंड
रिपोर्टर ओपी सिंह
अंबिकापुर। शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड स्थित पुलिस चौकी में चोरी के शक पर एक अधेड़ की पुलिस द्वारा जमकर मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। घायल की शिकायत पर एसपी सरगुजा ने प्रधान आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के अनुसार प्रार्थी लालमन कुशवाहा निवासी दरी पर अंबिकापुर ने बताया कि वह प्रतिदिन सुबह और शाम अपने पालतू कुत्ते को घर से बस स्टैंड की ओर घूमने जाते हैं कल सवेरे जब वह बस स्टैंड के पास कुत्ते को घूम रहे थे तो एक बस का दरवाजा खुला हुआ था तो उन्होंने बस का दरवाजा बंद करने की बात कही थी लेकिन इस बीच उन पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाया गया। जिससे उन्हें वहां मौजूद पुलिस ने थाने में बैठा दिया। लालमन कुशवाहा ने बताया कि थाने में उन पर मोबाइल चोरी का झूठा आरोप लगाकर बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने बताया वह वहां अपनी जान की खैरियत के लिए वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को₹3000 नगद भी दिए इसके बावजूद उसे बहुत बुरी तरह से पीटा गया। और बाकी पैसे बाद में देने की बात कहने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें छोड़ दिया। इसके बाद वह अपने घर पहुंच कर मामले की जानकारी अपनी पत्नी और बेटी को दी वह मामले की शिकायत करने परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचे लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें भगा दिया। इस दौरान मीडिया कर्मियों के हस्ताक्षप करने के बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की। पुलिस थाने में ही पुलिस प्रताड़ना से उनके शरीर में आए जख्मों को मीडिया कर्मी को दिखाते हुए लालमन कुशवाहा की पत्नी राधा कुशवाहा ने कहा कि पुलिस आम जनता की सुरक्षा के लिए है ना की प्रताड़ना करने के लिए। पुलिस कर्मियों द्वारा उनके पति को मोबाइल चोरी का झूठा आरोप लगाकर बुरी तरीके से पीटा गया उनका परिवार इस पुलिस प्रताड़ना से मानसिक और शारीरिक रूप से पीड़ित है उनसे कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है और उन्हें न्याय चाहिए।