डिजिटल शिक्षा से बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी और शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी – विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर
संवाददाता
संगीता सिंह राठौर
शिक्षित शहर होगा तो विकसित शहर होगा – विधायक श्रीमती पवार
मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर मुस्कान ड्रीम्स क्रिएटिव फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे “डिजिटल शाला प्रोग्राम” के शुभारम्भ कार्यक्रम में हुए शामिल
देवास 13 नवंबर 2024/ मल्हार स्मृति मंदिर देवास में मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में मुस्कान ड्रीम्स क्रिएटिव फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे “डिजिटल शाला प्रोग्राम” का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य किया जा रहा है। मुस्कान ड्रीम्स जैसे संगठन आगे बढ़कर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र बहुत बड़ा है, शिक्षा के क्षेत्र में सभी का सहयोग आवश्यक है। देवास में जिला प्रशासन द्वारा नवाचार में अग्रणी भूमिका निभाई जा रही है। देवास जिले में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम गढ़े जा रहे है।
विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है। संगठनों के साथ मिलकर भी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुस्कान ड्रीम द्वारा ग्वालियर में भी डिजिटल शाला का सफल आयोजन किया गया है। डिजिटल शिक्षा के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। डिजिटल शिक्षा से बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी। डिजिटल शिक्षा से बच्चों को पढ़ने में आनंद आएगा और शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अब समय बदल गया है। अब डिग्री के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा और हुनर की भी आवश्यकता है। इस क्षेत्र में केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार मॉडल स्कूल और सीएम राईज स्कूल बना रही है। जिससे बच्चे प्रदेश के साथ देश का नाम भविष्य में उज्जवल करें। उच्च शिक्षा के लिए गरीब परिवार के बच्चों की सरकार मदद कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कर उन्हें मार्गदर्शन दिया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति लागू की गई है। नई शिक्षा नीति से तकनीकी शिक्षा में बहुत से द्वार खुलेंगे, जिसके परिणाम भी मिल रहे हैं। आजादी के 75 वर्षों में हमने प्रगति की है देश-प्रदेश आज लगातार विकास की ओर अग्रसर है। 2047 तक देश को विकसित देश बनाने के लक्ष्य से कार्य किया जा रहा है। आज के बच्चों के उसके सहयोग से ही भारत विकसित देश बनेगा। बच्चें परिवार, शाला, प्रदेश के साथ देश का नाम रोशन करें और विकसित देश बनाने योगदान करें।
देवास विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कहा कि डिजिटल शिक्षा एक महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा के क्षेत्र में देवास में नवाचार किये जा रहे है। मुस्कान ड्रीम प्रशासन के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ अभियान के तहत देवास जिले की सभी शासकीय स्कूलों में स्मार्ट टीवी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्मार्ट टीवी लगाने से काम नहीं बनता शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की और अच्छे कंटेंट की आवश्यकता भी होती है। देवास जिले में डिजिटल शिक्षा के लिए शिक्षकों प्रशिक्षण दिया गया। पढ़ाई के लिए अच्छा कंटेंट उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षित शहर होगा तो विकसित शहर होगा। कार्यक्रम में एसबीआई फाउंडेशन प्रेसिडेंट जगन्नाथ साहू श्री राजीव खंडेलवाल ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने देवास जिले में शिक्षा के क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को तकनीकी शिक्षा मिल सके इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’, ‘’कोडिंग फॉर एवरीवन’’ और ‘मेरी शाला-सम्पूर्ण शाला’’ अभियान चलाया जा रहा हैं। मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल अभियान के माध्यम से जिले की सभी शासकीय स्कूलों में स्मार्ट टीवी लगाई गई है। अभियान के सफल क्रियान्वयन में उद्योगों का बहुत सहयोग रहा है। स्कूलों में डिजिटल कंटेंट के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। कोडिंग फॉर एवरीवन अभियान के माध्यम से कोडिंग स्किल डेवलपमेंट की जा रही है। बच्चों को कोडिंग सिखाई जा रही है, जिससे बच्चों को तकनीकी शिक्षा मिलेगी और भविष्य में लाभ होगा। 5वीं और 08वीं के बच्चे नीचे बैठकर परीक्षा नहीं दे इसलिए मेरी शाला-संपूर्ण शाला अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें सभी शासकीय स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराया जा रहे हैं।
कार्यक्रम में बताया गया कि एसबीआई फाउंडेशन ने अपनी सीएसआर पहल के तहत डिजिटल शाला परियोजना को वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस परियोजना के तहत 100 सरकारी स्कूल के 10 हजार से अधिक छात्रों और 200 शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा का लाभ मिलेगा। डिजिटल शाला पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में सशक्त बनाना है। इस पहल के तहत डिजिटल तकनीकों के माध्यम से शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण विधियों से जोड़ा जाएगा, जिससे छात्र के एक रोचक और प्रभावी शैक्षिक वातावरण तैयार हो सके। डिजिटल शाला से न केवल की शैक्षणिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी, बल्कि शिक्षक भी डिजिटल साधनों के प्रभावी उसे अपनी शिक्षण गुणवत्ता को और बेहतर बना सकेंगे। देवास में इस पहल के तहत छात्रों को भविष्य में तकनीकी कौशल में दक्षता हासिल करने का महत्त्वपूर्ण अवसर मिलेगा।
डिजिटल शाला परियोजना शिक्षकों को डिजिटल उपकरणों का प्रभावी उपयोग करने में सहायता प्रदान करेगी, जिससे कक्षाओं में छात्रों की भागीदारी बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर रूप से बने में सक्षम होंगे। इस पहल से विज्ञान और गणित जैसे विषयों में छात्रों के परिणामों में सुधार होगा और वे विषयों में गहरी समझ भी विकसित कर सकेंगे। अभियान का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा स्कूलों में डिजिटल लर्निंग को पहुंचना है। देवास जिले की 100 स्कूलों का चयन किया गया है। पहले साल 50 शालाओं का चयन कर डिजिटल लर्निंग का कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके माध्यम से कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को गणित और विज्ञान की पढ़ाई कराई जाएगी। यह कार्यक्रम एसबीआई फाउंडेशन की मदद से सहयोग से चलाया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में ‘’मेरी स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ और ‘’मेरी शाल-संपूर्ण शाला’’ अभियान में सहयोग करने वाले संगठनों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान महापौर प्रतिनिधि श्री दुर्गेश अग्रवाल, श्री राजीव खण्डेलवाल, श्री सुभाष शर्मा, श्री नरेंद्र सिंह राजपुत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गहलोत, जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु प्रजापति, एएसपी श्री जयवीर सिंह भदौरिया, मुस्कान ड्रीम डायरेक्टर सिंह मनोज पंचोली, एसबीआई फाउंडेशन वाइस प्रेसिडेंट श्री अमन, सीईओ मुस्कान ड्रीम श्री अभिषेक सिंह सहित शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।