महिला सशक्तिकरण की दिशा में शक्ति सारथी एक अभिनव पहल है – मंत्री श्रीमती संपतिया उइके
रिपोर्टर- लखन भाण्डे।
प्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु शक्ति सारथी के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शक्ति सारथी वाहन प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव पहल है। जिसके माध्यम से हमारी बेटियां वाहन चालक का प्रशिक्षण प्राप्त कर वाहन चला सकेंगे। महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में उक्त कार्य के लिए परिवहन विभाग, पुलिस विभाग, आईटीआई और महाविद्यालय का प्रमुख योगदान है। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके बुधवार को जिला योजना भवन में आयोजित शक्ति सारथी प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष श्री भीष्म द्विवेदी, नगरपालिका मंडला अध्यक्ष श्री विनोद कछवाहा, नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री अखिलेश कछवाहा, कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री रजत सकलेचा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री श्रेयांश कूमट, अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार सिंह, अपर कलेक्टर अरविंद सिंह, एसडीएम मंडला श्रीमती सोनल सिडाम, एसडीएम घुघरी श्री सीएल वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती क्षमा सराफ, जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती रमा दुबे सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्राएं मौजूद थी। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आयोजित कार्यक्रम में मंत्री जी को पौधे भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर शक्ति सारथी छायाचित्र का विमोचन किया गया।
मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि हमारी बेटियाँ वाहन चालक का प्रशिक्षण कर ड्राईविंग लायसेंस प्राप्त करेंगी। जिससे वे स्वतंत्र रूप से वाहन चला सकें। हमारी बेटियों के लिए वाहन चलाना रोजगार का एक माध्यम होगा। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियाँ उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से वाहन चलाने के नियम, सड़कों के सांकेतिक चिन्ह को आसानी से समझ सकेंगी। जिससे वाहन चलाने पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना या यातायात नियमों के उल्लंघन की संभावना नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियाँ वाहन चालक का प्रशिक्षण लेकर स्वयं का वाहन, ट्रेक्टर या कान्हा नेशनल पार्क में जिप्सी चलाकर स्वयं का रोजगार स्थापित करेंगी। इसके लिए शासन द्वारा उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि हमारी बेटियां इस प्रशिक्षण को गंभीरता से सीखें, यातायात नियमों की जानकारी प्राप्त करें, जिससे वे बेहतर वाहन चालक बन सकें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अब तक दस अभिनव पहल प्रारंभ किए गए हैं। जिसमें शक्ति सारथी वाहन चालन प्रशिक्षण अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि जिले के विकास और प्रगति के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न अभिनव पहल किए जा रहे हैं। जिसका लाभ जिले के नागरिकों और हितग्राहियों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के माध्यम से जिलेवासियों को सस्ते दर पर दवाईयाँ और उपकरण प्राप्त हो रहे हैं। जिले के नागरिक निरोग व स्वस्थ रहें इसके लिए मंडला जन आरोग्यम शिविर प्रारंभ किया गया है। जन आरोग्यम शिविर में ग्राम पंचायतों के नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार कर निःशुल्क दवाईयाँ दी जा रही हैं। इन स्वास्थ्य शिविरों में विभिन्न प्रकार की जांच भी की जा रही है। जिससे गंभीर रोगों का समय में पहचान कर उनका उपचार किया जा सके। जन आरोग्यम शिविर में हितग्राहियों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रारंभ की गई अपराजिता अभियान के अंतर्गत छात्राओं को जूडो-कराटे सिखाए जा रहे हैं, जिससे वे संकट के समय में आत्मरक्षा कर सकें। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि इसी प्रकार से जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न अभिनव नवाचार प्रारंभ किए गए हैं। उन्होंने उक्त नवाचारों को सफल बनाने पर जिला प्रशासन के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिले के नागरिक शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का आगे आकर लाभ उठाएं। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने इस अवसर पर ड्राईविंग लायसेंस का भी वितरण किया। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने बताया कि वर्तमान युग में महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाना जरूरी है। इसलिए आईटीआई और कॉलेज की 18 से 25 वर्ष की आयु की छात्राओं को परिवहन विभाग द्वारा वाहन चालक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण में छात्राओं को यातायात नियमों के बारे में बताया जाएगा जिससे उन्हें वाहन चलाने में सुविधा होगी और दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि छात्राओं को उक्त लायसेंस निःशुल्क दिया जाएगा। जिससे छात्राओं को उनकी पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार से भी जोड़ा जा सके। छात्राओं को वाहन हेतु बैंकों से लोन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।