नन्हे मुन्हे बच्चों के द्वारा मनाया गया चाचा नेहरू का जन्म दिवस
रिपोर्ट जावेद खान
*लवकुशनगर जैसा कि आज बाल दिवस है बाल दिवस को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित श्री जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के नाम से पुकारते थे बच्चों से स्नेह होने के कारण उन्होंने अपना जन्मदिन बच्चों को समर्पित कर दिया जो बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है लव कुशनगर के विज्ञान स्कूल,मॉडल पब्लिक स्कूल, स्वामी परमानंद और अन्य स्कूलों में भी पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया गया इस अवसर पर स्कूल के ही नन्हे मुन्ने बालक बालिकाओं के द्वारा स्कूल में दुकानें लगाई गई जिसमें मैगी ,चाऊमीन, समोसा ,टिकिया गोलगप्पे ,आलू बंडा ,इत्यादि समान बच्चों के द्वारा घर से बनाकर स्कूल में पहुंच गए पेरेंट्स के द्वारा और वहीं पर स्कूल में ही नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा बच्चों को व उनके पेरेंट्स को बेचे गए जिसमें स्कूल के द्वारा ही बच्चों को कूपन एलाऊ किए गए इन्हीं कूपन के माध्यम से अन्य बच्चों को व पेरेंट्स को वह सामान मिला
चाचा नेहरू लगते थे जेब पर गुलाब
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू अपनी जेब पर गुलाब लगते थे यह गुलाब वह अपनी पत्नी कमला देवी नेहरू की याद में लगते थे लम्बी बीमारी के चलते 1938 में कमला देवी नेहरू की मौत हो गई थी तब से जब तक जीवित रहे तब तक उन्होंने अपनी कोर्ट या सेट की जेब पर गुलाब प्रतिदिन लगाया
*विज्ञान स्कूल में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थाना प्रभारी*
बाल दिवस की शुभ अवसर पर विज्ञान स्कूल के संचालक रजनीश सोनी के द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में लवकुश नगर थाना प्रभारी परशुराम डाबर को बुलाया गया जिन्होंने सभी बच्चों को ट्रैफिक रूल हुआ कुछ अन्य जानकारियां भेजें जिसको सुनकर सभी बच्चों में एक अलग उत्साह दिखा उनके साथ कुछ पत्रकार साथी पहुंचे सभी लोगो का स्कूल संचालक की तरफ से सम्मान किया गया