सिख समाज ने मनाई अपने आराध्य देव धर्मगुरु की जयंती
रिपोर्ट अखिलेश सक्सेना
राजगढ़ ब्यावरा एमपी जिले के ब्यावरा में राजगढ़ रोड स्थित गुरु सिंह सभा द्वारा आयोजित किया गया सिख धर्म के पहले गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व जयंती की पूर्व संध्या पर समाज बंधुओ द्वारा नगर मैं सुबह यात्रा निकाली गई जिसमें पांच प्यारों की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की सवारी नगर में कीर्तन गुरबाणी का गायन करते हुए शहर के मुख्य मार्गों पर अपने पिता गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाता हुआ नजर आया
सिख धर्म के पहले गुरु गुरु नानक देव जी का 553 वा प्रकाश पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा समाज बंधुओ द्वारा लंगर प्रसादी की सेवा रखी गई है समाज के प्रवक्ता डॉक्टर सुरजीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव का अवतार 1469 में लाहौर की तलवंडी में शहर में हुआ वह एक खत्री परिवार में जन्मे थे जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपने जीवन में चार उदासी कर अलग-अलग दिशाओं का भ्रमण किया जिसमें मनुष्य को एक जात बताते हुए,, अबबल अल्लाह नूर उपाय कुदरत के सब बंदे,, के उद्देश्य को जन जन तक पहुंचा डॉक्टर सिंह के अनुसार नगर कीर्तन में बच्चियों द्वारा अपनी बंदगी का प्रदर्शन किया वहीं महिलाओं द्वारा सड़क पर पानी मारते हुए झाड़ू लगाकर पुष्प वर्षा कर अपने गुरु का स्वागत किया राम नाम का गायन करते हुए संगत बड़े उत्साह से ढोलक छेने के द्वारा कीर्तन करती नजर आई दो नंबर से निकल जा रही थी प्रभात फेरी गलीगली में फेरी लगाकर समाज बंधु कर रहे थे नानक की वाणी का प्रचार साथ ही भगत कबीर रविदास का नामदेव की बोली भी गई जा रही थी समाज बंधु रोजाना 5:00 बजे सुबह अपने पिता नानक की महिमा गाते हुए नजर आते थे इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष कल्याण सिंह छाबड़ा रामकिशन सलूजा परमजीत सिंह अमरजीत सिंह सेवक सलूजा सतबीर सिंह अजय सलूजा राहुल सलूजा सहित बड़ी संख्या में समाज बंधु महिलाएं एवं बच्चे मौजूद रहे