एकाग्रचित होकर करना चाहिए श्रीमद् भगवती दुर्गा देवी भागवत कथा का श्रवन – पंडित श्री शिवम कृष्ण बुधौलिया

रिपोर्ट श्याम आर्य
भीमपुर विकासखंड के ग्राम उती में संगीत में श्रीमद् भगवती दुर्गा देवी भागवत महापुराण कथा एवं मूल पाठ का आज तीसरे दिन में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती हुई दिखाईं दी कथा वाचक पंडित श्री शिव शक्ति उपासक आचार्य श्री शिवम कृष्ण बुधौलिया जी की भैंसदेही तहसील में यह चौथी भागवत कथा की जा रही है कथा का लाइव प्रसारण शिव सुधा चैनल के माध्यम से दिखाया जा रहा है
श्रीमद् देवी भगवती दुर्गा देवी भागवत महापुराण कथा एवं मूल पाठ का आज तीसरा दिन में उती गांवों का माहौल भक्तिमय हो गया
मां दुर्गा देवी भागवत कथा में भक्तों ने भाग लेकर अपनी हाजिरी लगवाई। सभी सदस्यों व यजमानों ने एकाग्रचित होकर भागवत कथा का श्रवण किया
कथा वाचक पंडित श्री शिव शक्ति उपासक आचार्य श्री शिवम कृष्ण बुधुलिया ने श्रीमद देवी भागवत महापुराण की कथा का वर्णन करते कहा कि अठारह पुराणों में देवी भागवत पुराण उसी प्रकार सर्वोत्तम है, जिस प्रकार नदियों में गंगा, देवों में शंकर, काव्यों में रामायण, प्रकाश स्त्रोतों में सूर्य, शीतलता और आह्लाद में चंद्रमा, कर्मशीलों में पृथ्वी, गंभीरता में सागर और मंत्रों में गायत्री आदि श्रेष्ठ हैं। यह पुराण श्रवण सब प्रकार के कष्टों का निवारण करके आत्मकल्याण करता है। भक्तों को ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है। कथावाचक श्री बुधोलिया जी
ने कहा कि इसकी महिमा इतनी महान है कि नियमपूर्वक एक -आध श्लोक का उच्चारण करने वाला भक्त भी भगवती की कृपा का पात्र बन जाता है। सावन मास में इसका श्रवण अधिक फलदायी है। इसलिए जितना भी समय मिले हमें भगवती के नाम का सिमरन करना चाहिए। इसके श्रवण करने तथा पाठ करने में समस्त प्राणियों को पुण्य प्राप्त होता है। व्यासपीठ से कथा वाचक ने कहा कि सभी प्राणी जिनके भीतर स्थित हैं और जिनसे सम्पूर्ण जगत प्रकट होता है, जिन्हें परम तत्व कहा गया है, वे साक्षात स्वयं भगवती ही हैं। सभी प्रकार के यज्ञों से जिनकी आराधना की जाती है,
श्रीमद देवी भागवत कथा के लाभ
पंडित जी के अनुसार श्रीमद्देवी भागवत कथा धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति के लिए यह सर्वोत्तम साधन है. देवी भागवत पुराण के अनुसार जो पुरुष देवी भागवत के 1 श्लोक का भी भक्ति भाव से नित्य पाठ करता है, उस पर देवी प्रसन्न होती हैं
भीमपुर ब्लॉक के ग्राम उती में यह पहली भागवत बताई जा रही है जो बेले परिवार के द्वारा आयोजन किया जा रहा है वही बेले परिवार के द्वारा समस्त ग्रामीण जन एवं श्रद्धालुओं से अनुरोध भी किया कि इस भक्ति में और ज्ञान यज्ञ मंगल में आयोजन में सह परिवार एवं स्नेही स्वजन सहित पधार कर दिव्य रसमयि कथा का श्रवण एवं पुण्य लाभ का आनंद उठावे पूर्णाहुति पुराण पूजन महाप्रसादी 22 12 2023 दिन शुक्रवार को किया जाएगा