आजीविका काला दीर्घा भवन में दो दिवसीय पिथोरा कला प्रशिक्षण का शुभारंभ
रिपोर्टर = भव्य जैन
*पिथोरा कला पीढ़ी दर पीढी स्थानांतरित हो और इस कला को सहेजने के लिए किये जा रहे प्रयासो की प्रसन्नता है- कैबिनेट मंत्री**जिले की स्थानीय कला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के साथ – साथ आजीविका के साथ जोड़ा जाये- कलेक्टर* झबुआ – जिला प्रशासन द्वारा आयोजित मध्यप्रदेश डे राज्य आजीविका मिशन की स्व सहायता समूह की दीदियों को पिथोरा कला प्रशिक्षण का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया और कलेक्टर नेहा मीना द्वारा किया गया। पिथोरा कला प्रशिक्षण एसीपी सीमा अलावा तथा अलीराजपुर जिले से आए अर्पित तोमर और देवीसिंह तोमर द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कैबिनेट मंत्री द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि पिथोरा कला हमारे जनजातीय वर्ग द्वारा सदियो से धार्मिक अनुष्ठान के रूप में प्रयोग में लायी जा रही है। हमारे बुजुर्गो के प्रयासो से इसने कला का रूप धारण किया है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इसे विलुप्त होने से बचाया जाए एवं आने वाली पीढ़ी में इसे सीखने समझने के उत्साह को बढ़ाया जाए। किसी कला की निरन्तरता के लिए आवश्यक है कि यह पीढ़ी दर पीढी स्थानांतरित हो और इस कला को सहेजने के लिए किये जा रहे प्रयासो की प्रसन्नता है।
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि जिले की स्थानीय कला को बढ़ावा देना हमारा दायित्व है। इस प्रशिक्षण की मंशा है कि यह बताया जा सके कि यह कला अन्य ट्राइबल आर्ट से किस प्रकार भिन्न है जिले की स्थानीय कला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के साथ – साथ आजीविका के साथ जोड़ा जाये, पंचायत स्तर प्रशिक्षण दिलाया जाए, एसआरएलएम एवं एनआरएलएम के साथ जोड़कर प्रोजेक्ट बनाकर मार्केटिंग के नये अवसर उत्पन्न किये जा सके।
एसीपी सीमा अलावा ने पुराने दिनो को याद करते हु़ए कहा कि अपनी पोस्टिंग के दौरान अद्भुत कला को सीखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ एवं 12 वर्ष से निरन्तर पिथोरा कला से जुड़ाव अद्भुत अनुभव रहा है। जिले में पिथोरा कला को बढ़ावा दिये जाने के लिए किये जा रहे प्रयासों से प्रसन्नता हुई। हमारा प्रयास रहेगा कि जिले की कला को भी मधुबनी एवं गोण्डी कला के समान लोकप्रियता दिलाये जाने के प्रयास किये जाए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र सिंह द्वारा कहा गया कि हमारे जिले मे यह कला भावनाओ को व्यक्त करने का माध्यम है और कला के उत्थान के लिए निरन्तर प्रयास करेंगे।
*प्रशिक्षण*
प्रशिक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री एवं कलेक्टर ने स्वयं कैनवास पर अपने हाथ आजमाए। साथ ही स्व सहायता समूह कि दीदीयों ने बड़े उत्साह से प्रशिक्षण लिया और इस प्रकार के आयोजन के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ श्री भास्कर गाचले, डीपीएम श्री कृष्णा रावत, स्व सहायता समूह कि दीदीयाँ, पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।