क्षत्रिया लोणारी कुनबी समाज संगठन आमला द्वारा दिया गया ज्ञापन
रिपोर्टर मोहम्मद आसीफ लंघा
आमला भाजपा नेता स्वर्गीय रविंद्र देशमुख आत्महत्या कांड के सुसाइड नोट के उल्लेखित 10 आरोपों में से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन मुख्य आरोपी रणजीत सिंह ,प्रकाश शिवहरे सहित दो अन्य आरोपी पिछले 45 दिनों से पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे हैं, सुसाइड नोट में साफ तौर पर लिखा गया है कि किस तरह से आरोपियों के द्वारा लगातार परेशान करते हुए राशियों की डिमांड की जाती रही, जिससे रविंद्र देशमुख ने बताया कि मेरे खिलाफ साजिश रचकर (15 लाख, 5 लाख, 10 लाख) नगद सहित ब्लैंक चेक 25 लाख रुपए का मांगे गए और फिर कुछ आरोपियों को (6 लाख, 8 लाख) रुपए दिए गए।
आरोपीयो को इतनी राशि देने के बाद भी 5/8/24 को 50 लाख रुपए की डिमांड कर दी गई राशि नहीं दिए जाने के बाद झूठी शिकायत आरोपी के द्वारा चौकी में दी गई और फिर 40 लाख रुपये 15/8/24 दिए गए। आप सोच कर देखिए कि इन 10 आरोपीय ने सरगी रविंद्र देशमुख को कितना प्रताड़ित कर दिया होगा कि उन्होंने अपने आप को गोली मार कर अपने जीवन लीला समाप्त कर दी इतनी राशि दिए जाने के बाद आज पूरे परिवार की हालत छत विक्षत हो गई ,परिवार बेटा पिता पति हो चुका है
आज समाज के पीड़ित परिवार एवं कुनबी समाज और अन्य सामाजिक संगठन द्वारा कई बार पुलिस प्रशासन को ज्ञापन दिए गए लेकिन प्रतीत होता है कि शासन प्रशासन सलिप्त आरोपियों को पकड़ पाने में असमर्थ नजर आ रहा है। इस घटनाक्रम के बाद पीड़ित परिवार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से कुछ नकाबपोशों के द्वारा उनके निजी निवास पर कई बार रात्रि में रेकी करते हुए नजर आए जिसकी सूचना स्थानी चौकी, थाना में दी गई लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कमजोर नजर आई शायद आरोपी सत्ता नेता रसूखदार होने के कारण शासन प्रशासन से बस्तर नजर आ रहा है।
प्रशासन को लगातार ज्ञापन स्थान एसडीओपी ऑफिस, एसपी ऑफिस ,बैतूल महोदय को कुनबी समाज संगठन के द्वारा दिए गए और पुलिस द्वारा खानापूर्ति करते हुए कुछ आरोपियों की तत्काल गिरफ्तार किया गया एवं मुख्य आरोपी रणजीत सिंह, प्रकाश शिवहरे सहित दो अन्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं होने से बैतूल जिले के बाहुल्य कुनबी समाज में प्रशासन से बचता नजर आते देख रोष व्याप्त हो रहा है।
बैतूल जिले में बाहुल्य कुनबी समाज है और समाज के प्रति प्रशासन समाज को नजर अंदाज कर रहा है, कुनबी समाज में अपना होनहार बेटा खोया है, यदि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी नहीं होती तो सामाजिक संगठनों के द्वारा उग्र आंदोलन करने से रोक नहीं जा सकता ,यदि सख्त कार्रवाई नहीं होती है तो आम नागरिक पुलिस प्रशासन से क्या उम्मीद करेगा, कुनबी समाज आपसे या मांग करता है कि पुलिस प्रशासन जिन इनामी फरार आरोपी पर ₹5000 राशि रखी है तो उक्त क्या कारण है कि उन भगोड़े आरोपी के पोस्टर चौक चौराहा पर चश्पा नहीं हुए।