आई.टी.आई. सकरी में नशामुक्त अभियान के तहत संगोष्ठी क़ा हुआ आयोजन
रिपोर्टर फागू राम सेन
बलौदाबाजार
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देश पर नशा से बचने हेतु नशा मुक्त भारत अभियान अंतर्गत नई दिशा कार्यक्रम प्रति सप्ताह जागरूकता शिविरों का आयोजन स्कूल, कॉलेज, ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है। इसी तारतम्य में शासकीय आई.टी.आई. सकरी बलौदाबाजार में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 226 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया उप संचालक समाज कल्याण अरविंद गेड़ाम ने बताया कि नशा करने से मानसिक स्तर में विकृतिया उत्पन्न होती है, जो की स्वयं के लिए है एवं समाज के लिए भी घातक है। नशा शुरु में जरुर आनन्दित करता है, परन्तु समयानुसार यह हमारी जीवन शैली पर प्रभाव डालता है जिससे हमारा सम्पूर्ण जीवन नष्ट हो जाता है। नशें के दुष्प्रभाव अलग-अलग स्तर पर होते है, बच्चों को अलग प्रभाव, जवानों को अलग प्रभाव, बुजुर्गो की अलग प्रभाव करता है परन्तु इसका अन्तिम प्रभाव मौत का सामना करना पड़ता है। इस हेतु समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित नशामुक्ति केन्द्र भी सहयोग करता है। नशामुक्ति केन्द्र में मनोचिकित्सक उपलब्ध है, दवाईया भी दी जाती है एवं सकारात्मक सोच को अपने मन मंे रखकर नशे को जिन्दगी से विदा देना है, अन्यथा इस नशे की लत हमें जिन्दगी से विदा कर देगी। सरकार इन पीड़ित को नशे के चुंगल से छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाती है, शराब और गुटखें पर रोक लगानें के प्रयास करती है। नशा एक ऐसी बिमारी है जो समाज को खोखला करती है एंव इससे कई परिवार नष्ट हो रहे है, इसलिए नशे से दुर रहे। नशा मुक्त भारत अभियान, मानसिक स्वास्थ्य एवं महिला उत्पीड़न के बारे में बताया गया साथ ही नशामुक्ति हेतु संकल्प भी लिया गया।
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जीवन जीने की कला जिसे अंग्रेजी में आर्ट ऑफ लिविंग कहा जाता है इसके संबध में भी जानकारी बच्चों को दी गई जिससे वह अपना जीवन सहजता एवं सरलता से यापन कर सके एवं जीवन की कठनाईयों का सामना कर सकें। इस अवसर पर मनोचिकित्सक सामाजिक कार्यकर्ता रोशन लाल, सखी वन स्टॉप सेन्टर सुश्री तुलिका परघनिया एवं समाज कल्याण विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित आईटीआई के अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे