कोठी नगर परिषद के बगल तक पहुंचे अतिक्रण कारियों के हांथ और बिक गया पीएम आवास

रिपोर्टर अखिल पाण्डेय
*नगर परिषद के बगल के अतिक्रमण कहानी*
जानकारों कि माने तो……
*लगभग सन 1984 मे कोठी को नगर पंचयात का दर्जा मिला और उसके पहले यह भूमि सरकारी हि थी उसके बाद तत्कालिक सरकार कि बीस सूत्रीय के तहत कमला प्रसाद जी को भूमि आवंटन मे प्राप्त हुई*
*आवंटन कि भूमि पर काबिज उपभोक्ता को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला जिसमे सरकार द्वारा लगभग 2.5 लाख रूपये स्वीकृत नगर परिषद कार्यलय कोठी ने किया और अंततः उपभोक्ता ने आवास योजना को पूजा गुप्ता पत्नी राहुल गुप्ता ने करीबन 20 लाख रूपये आवास सहित भूमि क्रय एग्रीमेंट करवा लिया*
*इस जमीन के बहुत सारे सच सामने आ रहे और सत्यापित सत्य के साथ अगली अपडेट्स मे शेष…*
*बिक गया पी एम आवास…. नहीं सार्वजनिक कर पा रही जानकारी नगर परिषद कोठी*
लगातार सुर्खिओ में पी एम आवास नहीं हो पाई जांच*
*नगर परिषद के बगल का मावला….. आखिरकार क्यों नहीं लिया मावला जांच में*
*इस आवास से खुल सकती है पोल…… आखिरकार संरक्षक कौन..?*
पैसा किसे नही चाहिए साहब
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोठी नगर परिषद के कर्मचारी सहित पटवारी की भी भूमिका संदिग्ध इसीलिए नही हो पा रही कार्यवाही अगर ऐसा ही हाल रहा नगर परिषद कोठी का तो वह दिन दूर नहीं जब सभी सरकारी संपतियों पर अतिक्रमण कारियों का ही बोलबाला होगा
वही बीते दिनों नगर परिषद अधिकारी तथा कर्मचारियों की मौजूदगी में अतिक्रमण कारियों ने समस्त नगर परिषद को गाली गलौज दी तथा सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की आखिर इनके पीछे किसका संरक्षण