सचिव की तानाशाही से परेशान ग्रामीण को हो रही परेशानी सरपंच ने की उच्च अधिकारियों से शिकायत

रिपोर्टर राजेन्द्र शर्मा
शहडोल/जयसिंहनगर
एक और जहां शासन प्रशासन के द्वारा ग्रामीण जनों को सभी जन उन्मूलक योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव की तैनाती की जाती है जिससे उसे ग्राम पंचायत के ग्रामीण जनों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके लेकिन मजे की बात तो तब है कि जब ग्राम पंचायत से ग्राम पंचायत के सचिव ही लगातार 19 दिन तक अनुपस्थित रहेंगे तो ग्राम पंचायत के निवासियों के जन उन्मूलक योजनाओं क लाभ मिलने में असुविधा होगी ऐसे ही कुछ मामला ग्राम पंचायत जमुनिहा से सामने आया है
*क्या है मामला*
शहडोल जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत जमुनिहा के सचिव शशिकांत शुक्ला नवंबर माह में 1 नवंबर से लेकर 19 नवंबर तक लगातार ग्राम पंचायत में अनुपस्थित रहे जिससे ग्राम पंचायत जमुनिया के ग्रामीण जनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इसके साथी ग्राम पंचायत जमुनिहा के जन उन्मूलक योजनाओं पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है और शासकीय कामों में बहुत ही लापरवाही हो रही है ग्राम पंचायत के सचिव की कार्यशैली से ना तो ग्रामीण जन खुश है और ना ही ग्राम पंचायत के सरपंच उप सरपंच हुआ अन्य कर्मचारी क्योंकि लगातार 19 जून तक ग्राम पंचायत में अनुपस्थित रहने से ग्राम पंचायतो के विकास कार्यों में भी काफी असर पड़ रहा है ग्राम पंचायत जमुनिया के उपस्थिति पंजी को यदि देखा जाए तो उपस्थिति पंजी में माह नवंबर में दिनांक 1 से लेकर के 19 तक लगातार सचिव शशिकांत शुक्ला अनुपस्थित है वहीं ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक वा मोबिलाइजर लगातार ग्राम पंचायत में उपस्थित है लेकिन ग्राम पंचायत में सचिव की उपस्थिति नहीं होने से ग्राम पंचायत की बहुत सी कार्य प्रभावित होती हैं ग्राम पंचायत जमुनिया के सरपंच के द्वारा उच्च अधिकारियों के समक्ष लिखित शिकायत देते हुए बताया गया है कि ग्राम पंचायत सचिव ना तो नियमित रूप से ग्राम पंचायत में उपस्थित होते हैं और साथ ही सरपंच के ऊपर अनैतिक रूप से दबाव बनाकर 75000 की मांग की जा रही है जिसमें सचिव के द्वारा कहा जा रहा है कि मैं की जनपद सीईओ को अपनी जेब से 75000 दिए हैं साथ ही ग्राम पंचायत जमुनिहा के सरपंच ने बताया कि सचिव शशिकांत शुक्ला के द्वारा ग्रामीण जनों से मृत्यु प्रमाण पत्र के एवज में रूपयो की मांग की जाती है और हितग्राही मूलक कार्य में बिना पैसे के कार्य में देरी की जाती है एवं ग्राम पंचायत के विकास कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न की जा रही है और सचिव ग्राम पंचायत जमुनिहा से 1 किलोमीटर के दूर ग्राम पंचायत देवरा के होने के कारण ग्रामीण जनों से अनैतिक तरीके का कार्य व्यवहार किया जाता है जी शिकायत सी पत्र को उच्च अधिकारियों को सोपा गया है उसमें ग्राम पंचायत के सरपंच उप सरपंच हुआ पंचों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से ग्राम पंचायत जमुनिहा के सचिव को यहां से हटाते हुए किसी अन्य सचिन की पदस्थापना ग्राम पंचायत जमुनिहा में की जाए जिससे ग्राम पंचायत की समस्त सरकारी जन उन्मूलक योजना सुचारू रूप से जारी रहे देखने वाली बात यह होती है कि क्या प्रशासन अपने दिन से जाएगा और ऐसे लापरवाह सचिव के ऊपर कार्रवाई करेगा या फिर ग्राम पंचायत में सचिवों की यह मनमानी निरंतर जारी रहेगी
*इनका क्या कहना है
ग्राम पंचायत जमुनिया के सरपंच के द्वारा बताया गया कि जो ग्राम पंचायत में पंचों का मानदेय आया है उसे सचिव के द्वारा पंचों को आज दिनांक तक नहीं दिया गया साथ ही ग्राम पंचायत के चौकीदार का पेमेंट भी कई महीनों से रोककर रखा गया है लगातार 19 दिनों तक बिना किसी जानकारी के ग्राम पंचायत से अनुपस्थित रहने के कारण ग्राम पंचायत का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है जिसको लेकर के हमने जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ और जनपद पंचायत जयसिंहनगर के सीईओ को लिखित शिकायती पत्र सौंपा है और मांग की गई है कि हमारे ग्राम पंचायत में किसी अन्य सचिव की प्रदस्थापन की जाए जिससे ग्राम पंचायत का विकास कार्य से सुचारु रूप से जारी रहे
*नारायण सिंह कंवर*
*सरपंच*
*ग्राम पंचायत जमुनिहा*