2028 तक पूरा होगा इंदौर रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट

रिपोर्टर : सुमित कुमार
इंदौर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम नए साल में शुरू हो सकता है। इसको लेकर रेलवे विभाग तेजी से काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि रेलवे ने इंदौर स्टेशन के री-डेवलवपमेंट के लिए अहमदाबाद की कंपनी को चुना है।
पश्चिम रेलवे ने इंदौर रेलवे स्टेशन री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का काम अहमदाबाद की मोंटे कार्लो कंपनी को सौंपने का निर्णय लिया है। सूत्रों ने बताया कि टेंडर प्रकिया के अंतिम चरण में 6 कंपनियों में से मोंटे कार्लो ने अनुमानित दर से सात प्रतिशत कम दरों पर काम करने का ऑफर देकर यह प्रोजेक्ट हासिल किया है। बता दें की रेलवे ने इंदौर स्टेशन री-डेवलपमेंट की लागत 443.52 करोड़ रुपए आंकी थी।
रेलवे विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम लेने के लिए 18 कंपनियों ने टेंडर भरे थे। इनमें से 12 कंपनियां तकनीकी निविदा प्रक्रिया में बाहर हो गई थीं। सोमवार को बची 6 कंपनियों की निविदाएं मुंबई में खोली गईं, जिनमें मोंटे कार्लो का वित्तीय ऑफर सबसे कम पाया गया। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 15-20 दिसंबर तक रेलवे कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी कर देगा। उसके बाद एग्रीमेंट आदि की औपचारिकताएं पूरी कर कंपनी जनवरी अंत तक काम शुरू कर सकती है।
कंपनी को लगभग साढ़े तीन साल में यानी 2028 तक स्टेशन री-डेवलपमेंट का काम पूरा करना होगा। इंदौर रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण की खास बात ये होगी कि, इसका डिजाइन एयरपोर्ट जैसा होगा और यहां स्काय वॉक और नई दिल्ली की तर्ज पर मेट्रो स्टेशन को जोड़ा जाएगा। साथ ही, पार्क रोड स्टेशन का विकास भी किया जाएगा।
यह काम होगा री-डेवलपमेंट में
री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत स्टेशन के दोनों तरफ नई टर्मिनल बिल्डिंग का विकास, कॉन कोर्स बनाना, नए फुट ओवरब्रिज, शेड, आधुनिक रेस्त्रां, एस्कलेटर, वेटिंग एरिया, टिकट काउंटर का निर्माण, सर्कुलेटिंग एरिया उन्नयन, आड़े-तिरछे प्लेटफॉर्म सीधे करना और लाइनों में सुधार जैसे तमाम करना होंगे। ये सभी काम चरणबद्ध तरीके से किए जाएंगे और इंदौर स्टेशन से चलने वाली कुछ ट्रेनों को महू या लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर शिफ्ट करना होगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा इंदौर रेलवे स्टेशन
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर के अत्याधुनिक स्टेशन का भव्य प्रवेश द्वार, रूफ प्लाजा, एक्जिक्यूटिव लाउंज, अतिरिक्त प्रवेश द्वार, प्लेटफॉर्म कवर शेड, स्टेशन क्षेत्र का हाईटेक ड्रेनेज सिस्टम, वाई-फाई आदि सुविधाएं यहां यात्रियों को मिलेंगी। रेलवे स्टेशन का विकास आने वाले 50 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले यात्रियों को काफी कुछ एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं का आभास होगा।
होलकर काल में अस्तित्व में आया था इंदौर स्टेशन
होलकर काल में वर्ष 1877 में इंदौर रेलवे स्टेशन अस्तित्व में आया। मीटर गेज ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। 1956 में स्टेशन का जीर्णोद्धार हुआ। 1988 में सियागंज की ओर स्टेशन की बिल्डिंग बनी। वर्ष 2015 में स्टेशन से मीटर गेज ट्रेनों का संचालन बंद हुआ हुआ। इस दौरान मुख्य स्टेशन से 700 मीटर आगे पार्क रोड पर प्लेटफार्म-5 और 6 बनाया गया।