इंसानियत और मानवता का सबक इन जानवरों से सीखे

रिपोर्टर,,दिलीप नेताम
आज इस युग में धर्म कर्म केबल नाम का ही रह गया है हर तरफ मार काट खून देखने को मिलता है, नारी की इज्जत स्कूल की बालिकाओ,,का रेप बलात्कार नर्स का मर्डर,, हैवानियत की लाश फ्रिज में किए गए टुकड़े,, जमीन जायदाद के लिए भाई, पिता की हत्या,, मानवता शर्मनाक सा हो गया है,, परन्तु इस कलयुग में भी ऐसा होता है एक किंवदंती सत्य ग्राम पंचायत गुजरा गांव में भक्त प्रहलाद के घर में एक कुतीया है जो कि इनके घर में और अन्य बकरी की बच्ची है जिनकी जंगल में चारा चरने जाती है तो ये कुतीया बकरी के बच्चे को अपना दूध पिलाती है, आम तौर पर इन्हें काट खाने वाली एक मां की तरह दूध पिलाती है,, हम इंसान तो अपनी इंसानियत धर्म कर्म भूल गए है परन्तु ये जानवर इंसानियत मानव धर्म का पाठ पढ़ा रही हैं, भक्त प्रहलाद का घर ग्राम पंचायत गुजरा जिला गरियाबंद छत्तीसगढ़ के समीप में है, इनके सरपंच जालम सिंह और सचिव घना राम जी है यह दृश्य गांव के लोग बाग के समक्ष ही हुआ जिसमें दूज राम भी शामिल है,,