देवभोग के मण्डलों तक पहुंचा अयोध्या का अक्षत कलश

रिपोर्ट –जयविलास शर्मा
देवभोग_ खंड से 13 मंडलो के लिए अक्षत कलश भेजा गया,विधि विधान से पूजन के बाद बाजे गाजे के साथ पहले शोभा यात्रा निकाली गई,फिर राम लला के जयकारे के साथ हुआ कलश रवाना।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से देवभोग खंड पहुंचे अक्षत कलश को आज 13 मंडल में भेजा गया।इन सभी मंडलों में अक्षत कलश का भव्य स्वागत हुआ,जिसे मंदिर में स्थापित किया गया है।कार्य योजना के मुताबिक घर घर अक्षत व पत्रक बांट कर हिंदू समाज 22 जनवरी को राम लला के मंदिर प्रतिष्ठा का न्यौता देंगे।13 मंडल से पहुंचे हिंदू समाज प्रतिनिधियों को अभियान प्रभारी तस्मित पात्र,वक्ता जय विलास शर्मा,मनोज रघुवंशी व गौरी शंकर कश्यप ने संबोधित कर प्राण प्रतिष्ठा को उत्सव की तरह मनाने की अपील किया है।मंदिर बनाने के लिए हिंदू समाज के संघर्ष व पीएम नरेंद्र मोदी के दृढ़ इच्छा को विस्तार से बताया,प्रतिष्ठा के दिन सभी अपने अपने घरों में पांच दीपक जलाने के अलावा नजदीकी मंदिर में आनंद उत्सव मनाने की अपील किया।
विधि विधान से अक्षत कलश रवाना किया गया_ 4 दिन पहले अक्षत कलश स्थानीय जगन्नाथ मंदिर में स्थापित किया गया था,जिसमे से 13 मंडलों के लिए अक्षत को 13 भागो में विभक्त किया गया।नए 13 कलश को पंडित भोला प्रसाद दुबे द्वारा मंत्रोचारित किया गया ।पूजन व भजन के बाद भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया गया।फिर सभी13 कलश की यात्रा निकाली गई।यात्रा जगन्नाथ मंदिर से लेकर हनुमान मंदिर तक पहूंची।इस दरम्यान भजन कीर्तन व आतिशबाजी भी किया गया।सभी 13 मंडल के प्रतिनिधियों विधि विधान से विदा किया गया।मंडलों में पहुंचते ही सभी जगह स्वागत के लिए लोग जुटे ,कलश का स्वागत कर उसे अपने अपने गांव के मंदिरों में स्थापित किया गया।अब पूरे दिसंबर माह स्थापित स्थानों में धार्मिक आयोजन होते रहेंगे।1 जनवरी से 15 जनवरी तक मंडल के लोग घर घर अक्षत व पत्रक का वितरण पहूचाने का कार्य करेंगे।
फोटो_ हनुमान मंदिर प्रांगण से 13 मंडलों के लिए कलश रवाना करते हुए