कटनी जिले की ग्राम कनवारा में चपरासी कर रहा घोटाला

संवाददाता बालकिशन नामदेव
कटनी/कन्हवारा. मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने भले ही गांव के सरकारी स्कूल, कार्यालयों में लोकसेवकों की नियुक्ति ग्रामीणों की सेवा के लिए कर रखी है पर कटनी जिले के ग्राम कन्हवारा के लोग, स्कूली बच्चे, इन कर्मचारियों की सेवा से वंचित है। अफसरशाही के आगे यहां सारे नियम शिथिल हो जाते है, लगातार मीडिया खबरें प्रकाशित कर प्रशासन का इस ओर ध्यानाकर्षित कराता है पर अफसर इस तरह के मामलों को गंभीरता से नहीं लेते है। ग्राम कन्हवारा के एक नहीं दो नहीं तीन तीन सरकारी लोकसेवकों से जिले के विभिन्न कार्यालयों में सेवा ली जा रही है, जिनकी नियुक्ति कागजों में तो गांव में ही है पर वो केवल नाम मात्र के लिए है। आइए ऐसे ही मामलों को विस्तार से जानते है जिनमें प्रकरण क्रमांक निम्नानुसार है..
(1) गांव के सरकारी पशु चिकित्सालय में पदस्थ परिचारक जगमोहन जो कि यहां गांव और गांव के आस पास के बीमार मवेशियों का इलाज किया करते थे लेकिन अब उनकी ड्यूटी जिला मुख्यालय की गौ शाला में सेवा ली जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें पुनः पदस्थ करने कलेक्टर से लिखित गुहार भी लगाई थी पर कार्यवाही शून्य है।
(2) दूसरा मामला पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है जहां की यहां पदस्थ महिला चपरासी की ड्यूटी भी उच्च कार्यालय कटनी में है जिनकी सेवा तो कागजों में गांव के स्कूल में है और वेतन भी यही से बनता है पर उनकी सेवा के बदले स्कूल में कौन सेवा कर रहा होगा ये किसी से भी नहीं छुपा है। पर सूत्र अनुसार इनके मामले में एक और ट्विस्ट है इन महिला कर्मी की जगह इनके पति देव नौकरी को अंजाम दे रहे है। इनकी भी पुनः बहाली के लिए लगातार मीडिया खबरें प्रकाशित कर रही है।
(3) अभी ये दो मामले शांत भी नहीं हुए थे कि ऐसे ही एक ओर लोकसेवक जो कि गांव के सेठ महादेव प्रसाद अग्रवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पिऊन पद परअरुण मिश्रा है पर उनसे भी स्कूल की जगह उच्च सरकारी कार्यालय कटनी में सेवा ली जा रही है। जिनकी पुनः पदस्थापना के लिए स्थानीय भाजपा नेता ने जिला पंचायत के सीईओ, और सी एम हेल्पलाइन में भी निवेदन किया परंतु कोई कार्यवाही नहीं।
इन सब गतिविधियों को देख सुन तो ऐसा लग रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ कर्मचारियों से कटनी कार्यालयों में सेवा लेने के rमामले थमने वालेक्यों कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि जनों ने तो कन्हवारा से जैसे मुंह ही फेर लिया है इस कारण यहां अफसर शाही हावी है।