सनातन चेतना मंच के तत्वाधान में सनातनी हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश पर किया जबरदस्त प्रहार

रिपोर्टर -गोपाल यादव
*छिंदवाड़ा/परासिया* -खबर अपना शहर परासिया से जहां आज 4 दिसंबर को सनातन चेतना मंच परासिया के तत्वाधान में सनातनी हिंदुओं ने हजारों की संख्या बल के साथ महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी के नाम परासिया एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौंपा। जहां बांग्लादेश में लगातार अल्पसंख्यक सनातनी हिंदुओं, बौद्ध, जैन एवं अन्य समुदायों पर हो रहे उत्पीड़न, शोषण, अत्याचार एवं हत्याओं से भारत का बहुसंख्यक सनातनी हिंदू समाज बहुत ही दुखी एवं आहत हो रहा है। जहां बांग्लादेश में खुलेआम यूनुस सरकार के कट्टरपंथी गुंडे खुले आम अल्पसंख्यकों के घरों एवं दुकानों को लूट रहे हैं, जला रहे हैं, महिलाओं एवं बच्चों पर खुलेआम बलात एवं अत्याचार किया जा रहा है। हिंदुओं के मठ मंदिरों को भी तोड़ा व जलाया जा रहा है। यह सब न्यूज़ चैनलों, सोशल मीडिया एवं अखबारों के माध्यम से लगातार जानकारी प्राप्त भी हो रही है। जहां पूरे भारतवर्ष के प्रत्येक राज्यों एवं शहरों में, बहु संख्यक हिंदू समाज हजारों की संख्या में आहत हो रहा है। तो वही हिंदु समाज प्रत्येक शहरों से बड़ी-बड़ी रैलियां एवं ज्ञापन देकर अपना रोश भी दिखा रहा है। जहां आज छिंदवाड़ा जिले में भी दो स्थानों से छिंदवाड़ा एवं परासिया शहर के बहुसंख्यक सनातनी हिंदू समाज के हिंदू संगठनों ने भी सनातन चेतना मंच के तत्वाधान में आज परासिया के ई डी सी खेल मैदान में हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। तो वही मंच से ही सनातन चेतना मंच के पदाधिकारी द्वारा सभी के समक्ष, ज्ञापन का वाचन किया गया। तो वही धरना प्रदर्शन हेतु विशाल रैली अपने हाथों में भगवा झंडा, अन्य प्रकार के स्लोगन लिखे हुए तख्तियां लेकर भारत माता की जय, जय जय श्री राम के नारे लगाते हुए शहर की ओर चल पड़े और रैली प्रारंभ की गई, विशाल रैली ईडी सी के खेल मैदान से पिपरिया रोड के मुख्य मार्ग पर रेलवे पुल से होते हुए गुरु गोविंद सिंह चौंक पहुंच कर मुख मार्ग से तहसील परासिया पहुंची। धरना प्रदर्शन विशाल रैली कार्यक्रम में प्रमुखता से सभी हिंदू संगठन मातृशक्ति संगठन, एवं सामाजिक संगठन बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। तो वहीं एसडीएम महोदय को ज्ञापन देते समय सनातन चेतना मंच के पदाधिकारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बांग्लादेश में जहां अब तक सैकड़ो मंदिरों को ध्वस्त किया गया है तो वही साधु संतों की भी हत्याएं की जा रही है। जहां स्वतंत्रता के समय तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान, वर्तमान बांग्लादेश में 22 प्रतिशत हिंदू थे। किंतु उन्हें दी जा रही यातनाओं के कारण, तथा उनके वंशच्छेद करने के कारण, बांग्लादेश की पिछली जनगणना तक वहां मात्र 7,9 प्रतिशत ही हिंदू बचें हैं। विगत 5 अगस्त को फैली हिंसा के बाद बांग्लादेश में बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय को लक्ष्य बनाकर उनकी हत्याएं की जा रही हैं। जहां अब तक हिंदुओं पर हमले की 6000 से ज्यादा घटनाएं भी हो चुकी है। तो वही पुलिस विभाग हिंदुओं की शिकायतें नहीं ले रहा है। बांग्लादेश प्रशासन ने एक ही महीने में 252 हिंदू पुलिस अधिकारियों को भी नौकरियों से निकाल दिया है। जहां अब बांग्लादेश की पुलिस में एक भी हिंदू पुलिस अधिकारी नहीं बचा हैं। और ना ही हिंदू समुदाय के लोगों को मूलभूत अधिकार प्राप्त हो रहे हैं। विगत दिनों बांग्लादेश सरकार ने वहां के प्रमुख हिंदू संत एवं इस्कॉन के पदाधिकारी चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया है यह सब अत्यंत दुखद है। यही नहीं 24 नवंबर को एक हिंदू लड़की को जबरन धर्मांतरण कर आतंकी संगठन में भी शामिल किया गया। इन सभी घटनाक्रमों को देखते हुए भारत का बहुसंख्यक सनातनी हिंदू समाज बहुत ही ज्यादा आहत हुआ है। इसीलिए हम सभी बहुसंख्यक सनातनी हिन्दू, सनातन चेतना मंच के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी से यहां मांग करते हैं कि भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाला जाए ताकि वहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और धार्मिक स्वतंत्रता को कायम रखा जा सके एवं हिंदू संत स्वामी चिन्मय प्रभु की बिना शर्त रिहाई की जा सके। और संयुक्त राष्ट्र एवं अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठनों के माध्यम से बांग्लादेश सरकार को इन अत्याचारों के लिए जवाब दें ठहराया जाए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित किया जाए। जहां अल्पसंख्यको पर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि इस प्रकार के अपराधों की पुर्नवृत्ति ना हो और जिन हिंदू परिवारों को उनकी जमीन और घरों से बेदखल किया गया है उन्हें उनके मूल स्थान पर पुनर्स्थापित किया जाए और उनकी संपत्तियों को वापस दिलाया जाए।