कमजोर होती प्रशासनिक कार्यशैली पर, माफियाओं का जलवा बरकरार थानाक्षेत्र कि बिगडी़ कानून-व्यवस्था को पटरी में लाने का प्रयास करें विधायक

रिपोर्ट – मृगेन्द्र सिंह
अनूपपुर – जिले के बिजुरी थानाक्षेत्र में अवैध रूप से संचालित जुआ, सट्टा और कबाड़ कारोबार पर पुलिस द्वारा कार्यवाही नही किऐ जाने से, यह तीनों अवैध कारोबार थानाक्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर तेजी से फल-फूल रहा है। सूरज कि रौशनी में जुआड़ी जहां प्रतिदिन कोरजा, कपिलधारा सहित आसपास के जंगल झाड़ियों में बावन परी के खेल में किस्मत आजमा रहे हैं वहीं रात के अंधेरे में एकत्रित होकर यह जुआडी़ नगर के एक घर में पूरी रात ताश के पत्तों पर हार-जीत का दाव लगा रहे हैं। बावजूद इसके नाल वसूली के इस खेल पर स्थानीय पुलिस संज्ञान लेने कि जहमत नही उठा रहा है।
सट्टा कारोबारी कि तो बात ही निराली
नगर में संचालित सट्टा कारोबार पर भी यदि दृष्टि डाला जाऐ तो आलम यह है कि नगर के सट्टा माफियाओं ने भिन्न-भिन्न स्थानों के चौक-चौराहों से लेकर गली-गलियारों तक गुर्गे बैठाकर, खुलेआम पर्ची कटवाया जा रहा है। वहीं कई स्थानों पर प्रधानमंत्री के डिजिटल इण्डिया कि आधुनिकता को अपनाकर सट्टा माफिया गुर्गों कि मदद से मोबाईल पर ही एक के अस्सी का दाव लगवा रहा है। जिनमें बिजुरी, लोहसरा, भवनिहाटोला, कपिलधारा, माईनस कालोनी और डबल स्टोरी आदि स्थानों पर गुर्गों को बैठाकर, सटोरियों द्वारा खुलेआम समाजिक बुराई के प्रतीक सट्टा कारोबार को संचालित कर, क्षेत्र कि कानून-व्यवस्था का मखौल उडा़ रहा है।
कबाडी़ भी नही रहे किसी मामले में पीछे
थानाक्षेत्र में भिन्न-भिन्न अवैध कारोबार जब अपने चर्मोत्कर्ष पर हैं तो भला स्थानीय कबाड़ी अपने कारनामों को अंजाम देनें में चूक कैसे कर सकते हैं। लिहाजा इन कबाड़ियों ने क्षेत्र कि बंद पड़ी खदानों के कीमती लौह कलपुर्जों पर हाथ साफ करने के बाद, अब बिजली के खम्बे आदी को भी निशाना बनाना प्रारंभ कर दिया है। सोमना कालरी मार्ग पर स्थित कालरी के जितने भी लौह निर्मित खम्बे कालरी प्रशासन द्वारा लगवाया गया था। वह खम्बे इन दिनों कबाड़ माफिया के आय का स्त्रोत बना हुआ है। और बीते सप्ताह भर में कबाड़ माफियाओं ने उक्त मार्ग के दर्जनों खम्बों को काटकर अपनी जेबें भरी है, और भरा जा रहा है। किन्तु मजाल है उस मार्ग पर बिजुरी पुलिस कि गस्ती वाहन रात में उधर जाकर कबाडि़यों के कार्य में व्यवधान डालने कि हिमाकत कर पाऐ। नतीजतन कबाड़ियों के कारनामें उक्त मार्ग पर अब भी निरंतर जारी है।
कमजोर होती प्रशासनिक अमला पर जनप्रतिनिधि के कार्यशैली पर टिकी निगाहें
थानाक्षेत्र में हो रहे भिन्न-भिन्न अवैध कारोबार पर प्रशासन के जिम्मेदार विभागीय अमला कार्यवाही करने में पूरी तरह से अक्षम साबित हो चुके हैं। मसलन क्षेत्र के आम नागरिक नवनिर्वाचित विधायक दिलीप जायसवाल कि तरफ टकटकी लगाऐ हुऐ हैं, कि अवैध कारोबार का गढ़ बन चुके बिजुरी थानाक्षेत्र कि बिगडी़ कानून-व्यवस्था व बदली हुई दशा पर सुधार लाने में सार्थक कदम उठाऐं। जिससे थानाक्षेत्र प्रदेश सरकार के मंशानुरूप कार्य करते हुऐ, क्षेत्र को अवैध कारोबार एवं माफिया मुक्त करने कि दिशा में गम्भीरता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।