सरस्वती शिशु मंदिर, थानखम्हरिया में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को दी गई कानून की जानकारी

रिपोर्ट रामेश्वर
बेमेतर दबंग केसरी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा / DLSA) के पदेन अध्यक्ष जिला न्यायाधीश बृजेन्द्र कुमार शास्त्री के निर्देशन में जसविंदर कौर अजमानी मलिक व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा एवं जिला चिकित्सालय बेमेतरा से नरेन्द्र वर्मा क्लीनिकल साईकाईट्रिस्ट एवं प्रीति जंघेल सोशल साईकाईट्रिस्ट एवं थाना थानखम्हरिया के सहायक उपनिरीक्षक सुरेश सिंह राजपूत द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर थानखम्हरिया में छात्र-छात्राओं को तनाव प्रबंधन के बारे में उनके बीच रचनात्मक खेल के माध्यम से अपने छात्र जीवन में एवं छात्र जीवन के पश्चात अपने पसंद के कैरियर एवं व्यक्तिगत जीवन में किस प्रकार तनाव का प्रबंधन करना है इस विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रायः यह देखने में आया है कि टीन एज के युवा छात्र-छात्राये अक्सर नशा करना या फिर स्वयं को किसी प्रकार से हानि पहुंचाना, जहर खा लेना या आत्महत्या कर लेने की घटना बढ़ती चली जा रही है। इसी संबंध में थाना थानखम्हरिया के सहायक उपनिरीक्षक ने छात्र-छात्राओं को मोबाईल एवं सोशल मिडिया में तरह-तरह के विडियोस रील्स, फॉड कॉल एवं मैसेजेस से होने वाले दुष्प्रभाव एवं उसकी वजह से अपने युवास्था में अनावश्यक रूप से तनाव डिप्रेशन में आकर गलत कदम नहीं उठाने की बात को बताया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, क्लीनिकल साईकाईट्रिस्ट एवं सोशल साईकाईट्रिस्ट ने छात्र-छात्राओं के बीच रचनात्मक खेल आयोजन कर किस प्रकार से उन्हें अपने जीवन में आने वाले परिस्थितियों के संबंध में समय प्रबंधन कार्यशैली की रूपरेखा तैयार रखने एवं परिस्थिति अनुसार त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के संबंध में सिखाया। छात्र-छात्राओं को अपने मानसिक, भावनात्मक एवं शारीरिक क्षमताओं के बीच आपसी संतुलन रखते हुये अपने जीवन शैली को सुधारने एवं तनाव से दूर रहने हेतु मेडिटेशन करना एवं शारीरिक व्यायाम, खेल-कुद अपनी रूचि जैसे कि गाना, बागवानी करना, किसी प्राकृतिक मनोरम स्थल में घुमना, अपने परिवार के साथ अधिक से अधिक समय बिताने के संबंध में बताया। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य श्री बृजमोहन साहू व अन्य शिकक्षगण उपस्थित थे |