नगर निगम कमिश्नर की भरेंशाही लेखाधिकारी को उपायुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी, नोडल अधिकारी स्वच्छता का प्रभार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने लगाये जा रहें कयास

रिपोर्ट आर एन पांडेय
सिंगरौली. नगर पालिक निगम सिंगरौली के कमिश्नर की भरेंशाही से जनप्रतिनिधि और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियो में नाराजगी का माहौल है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम सिंगरौली के आयुक्त सतेंद्र सिंह धाकरे नगर निगम के लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा पर इन दिनों काफ़ी मेहरबान दिखाई दे रहें है.
बताया जाता है कि वित्त विभाग द्वारा विगत 4 साल पूर्व नगर पालिक निगम सिंगरौली में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थापना की थी. बताया जाता है कि लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा पर नगर निगम कमिश्नर सतेन्द्र सिंह धाकरे इतने मेहरबान है कि लेखाधिकारी के साथ ही उन्हें उपायुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी, नोडल अधिकारी स्वच्छता का भी प्रभार सौप दिया गया है. बताया जाता है लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा के पास कोई लम्बा अनुभव नहीं है इसके बावजूद भी उपायुक्त का प्रभार दे दिया गया. जिससे नगर निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी काफ़ी नाराज दिखाई दे रहें है.
स्वास्थ्य अधिकारी और स्वछता नोडल अधिकारी एक साथ कैसे प्रभार
जानकारी के अनुसार नगर निगम कमिश्नर सतेन्द्र सिंह धाकरे के आदेश पर मनमानी के सवाल इसलिए भी उठाये जा रहें है कि लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा को स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही स्वच्छता का नोडल अधिकारी का भी प्रभार सौप दिया गया है. स्वास्थ्य अधिकारी सत्यम मिश्रा बतौर नोडल अधिकारी स्वच्छता अपने ही काम का निष्पक्षता के साथ सुपरवीजन कैसे करेंगे. जानकारों की माने तो यहा लेखाधिकारी को 50 हजार रूपये के भुगतान के लिए कमिश्नर से भी परमिशन लेने की जरुरत नहीं है. बताया जाता है कि ऐसे में वित्तीय दुरूपयोग होने की संभावनाएं बनी रहती है. लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है कि लेखाधिकारी को एक साथ कई महत्वपूर्ण पद देकर मोनोपोली यानी एकाधिकार को बढ़ावा देने जैसा फरमान है.
इनका कहना है..
मुझे किसी भी अधिकारी कर्मचारी को पावर डेलिगेट करने का पावर है. लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा सीनियर अधिकारी है. उन्हें प्रभार देने से वित्तीय गड़बड़ी होने की आशंका नहीं है.
सत्येंद्र सिंह धाकरे
कमिश्नर, नगर पालिक निगम सिंगरौली