ग्राम विकास के नाम पर भ्रष्टाचार ऑडिट रिपोर्ट में कहां है झोल ? जांच का विषय

रिपोर्ट – ओम प्रकाश साहू
जगदलपुर , बकावंड ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत चिउरगांव गांव में भ्रष्टाचार चरम पर है यहां के सरपंच सचिव का काम हुआ ही नहीं है और पैसों का गबन किया गया है 15वें वित्त आयोग अंतर्गत राशन दुकान में सेट निर्माण हेतु ₹120000 की राशि निकल गई और सेट निर्माण कराया ही नहीं गया साथ ही गणेश मंडली चौक में शेड निर्माण हेतु चबूतरा के लिए ₹250000 निकाल ली गई और मात्र टिने का सेड स्ट्रक्चर बस खड़ा किया गया है उसमें भी ग्राम के सरपंच के चाहेतों की बड़ी-बड़ी गाड़ियां रखने के उपयोग में लाया जा रहा है। ग्राम पंचायत भवन का बाउंड्री वॉल के लिए चार लाख रुपए निकल गया और ग्राम पंचायत भवन के सामने दो तरफ बाउंड्री वॉल खड़ा किया गया साथ ही दो तरफ का बाउंड्री वॉल छूटा हुआ है फंड 2021-22 के मद से निकाला गया और काम अधूरा छोड़ दिया गया साथ ही नाली निर्माण जो अभी कराया जा रहा है वह 3 साल पहले खाना पूर्ति कर ईटों को जोड़ करके छोड़ दिया गया था बाद में हमारे द्वारा मुद्दा उठाए जाने के पश्चात अभी नाली का काम करवाया जा रहा है साथ ही प्री मैट्रिक बालक छात्रावास चिउरगांव में रनिंग वाटर कार्य हेतु 120000 रुपए की राशि आहरित की गई वहां पर पानी तो दूर की बात बात पाइप ही लटकी मिली और पानी की कोई व्यवस्था नहीं दिखी सरपंच और सचिव से हमने बात की तब वह जवाब देने से माना किया और काम की जानकारी नहीं होने का बहाना बनाया गया साथ ही ग्राम वासी किसी भी प्रकार के विकास कार्य के लिए केवल कागजों तक ही हुआ है असलियत में कुछ भी काम नहीं हुआ है ऐसा आरोप ग्राम वासियों के द्वारा सरपंच सचिव पर लगाया जा रहा है देखते हैं सी ओ साहब क्या एक्शन लेते हैं अब साहब के ऊपर ही भरोसा है बाकी तो भगवान भरोसे है ।