पीआईसीयु मे एक्स – रे टेक्निशीयन की तैनाती नही : 300 बेड के जिला अस्पताल में 4 कर्मचारी ; मरीजों को हो रही परेशानी

रिपोर्ट दिग्विजय सिंह
खरगोन। 300 बिस्तर बेड के जिला अस्पताल के पीआईसीयु मे एक्स – रे मशीन होने के बावजूद भी टेक्निशीयन की तैनाती नहीं है। जिसकी वजह से गंभीर नवजात को एक्स – रे के लिए जरूरत पढने पर ऊपरी मंजिल से ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ निचे एक्स – रे कक्ष तक 250 मीटर लेकर आना पड रहा है। वंहा तक जाने के लिए 22 सीढियां भी लगती है। जंहा वार्ड बाय सिलेंडर को उठाता है। जबकि परिजन बीमार नवजात को हाल मे आदिवासी क्षेत्र के नवजात राजकुमार को गंभीर स्थिति में उसके वार्ड से एक्स – रे कराने ले गए। ऑक्सीजन सिलेंडर वार्ड बाय ने पकडा , जबकि माता पिता ने नवजात को संभाला। सिविल सर्जन डॉक्टर अमर सिंह चौहान ने बताया कि टेक्निशीयन की समस्या के चलते यह दिक्कत आ रही है। इस समस्या को लेकर भोपाल पत्र लिखा है। वरिष्ठो से मार्गदर्शन मांगा है। उधर एक्स रे विभाग प्रभारी डॉ. सत्यम तारे ने बताया कि पीआईसीयु मे एक्सरे मशीन तो है, लेकिन टेक्निशीयन नही है। जिला अस्पताल में कुल 4 टेक्निशीयन है,जिन पर अतिरिक्त काम का ज्यादा लोड है। एक्सरे के लिए यंहा खरगोन ही नही बल्कि अन्य जिलो से भी मरीज यंहा पर आते हैं।
25 एक्सप्लोजर रिपोर्ट देना हैं,100 रूपये दे रहे हैं
जानकारी के मुताबिक सरकार कि गाइड लाइन है, कि 25 एक्सप्लोजर रिपोर्ट देना है। यानी एक मरीज को चार से पांच एक्सप्लोजर लगते है। एक टेक्निशीयन 100 एक्सप्लोजर दे रहा हैं। अतिरिक्त टेक्निशीयन की जरूरत है।
300 क्षमता के अस्पताल मे 500 मरीज भर्ती
टेक्निशीयन बुलाने मे भी परेशानी आएगी। यंहा 300 मरीजों के हिसाब से स्वीकृत पद 4 हि है। जबकि इन पर लोड 500 मरीजों का है। पीआईसीयु , एनआईसीयु , एनआरसी इन यूनिट मे क्रिटिकल बच्चों को रखा जाता है,तो उन्हें इसी तरह से ले जाया जाता है।