मुनाफे की भूख में भस्म हो गये दर्जन भर लोग

रिपोर्ट राकेश जैन
आरोन-: बुधवार रात गुना से आरोन जा रही बस दर्दनाक हादसे का शिकार हो गयी इसमें दर्जन भर लोग जिंदा जल गये वहीं इतने ही लोग घायल हुये हैं। इस भयानक दर्दनाक घटना पर एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने आज अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुये। इसको लेकर क्रांतिकारी पार्टी suci के सदस्य महेन्द्र नायक ने मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुये कहा कि-” बुधवार की रात जो बस हादसा हुआ है वो बहुत ही पीड़ादायक है। हम मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं उनके परिजनों के संग गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं।
ये हादसा प्रशासन की घोर लापरवाही और सार्वजनिक परिवहन के निजीकरण का नतीजा है। गुना आरोन ही नही बल्कि आसपास के गांव रुट्स की बसों की हालत जर्जर है जो कि पूरी तरह से अनफिट हैं। इन बसों में सवारियां भी बेतरतीब ढंग से भरी जाती हैं। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में बस मालिकों द्वारा बस परमिट तो लिये जाते हैं पर उतनी बसें नही चलाई जातीं। प्रतिस्पर्धा के चलते और अपना नम्बर बचाने के कारण अनियंत्रित होकर बसें चलाई जाती हैं वहीं यही मामला सड़कों पर दौढ़ते डम्परों का है, वे भी ज्यादा चक्कर लगाने के कारण अनियंत्रित होकर सड़कों पर दौड़ते हैं। मध्यप्रदेश सरकार को इन बिंदुओं पर सख्ती से कार्यवाही करना चाहिए।
साथ ही हम प्रशासन से मांग करते हैं कि मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए, कई लोग उपस्थित रहेएक ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में मांग उठाई गयी कि
1.मृतकों के परिजनों को तुरंत 20-20 लाख रुपये मुआवजा दिया जाये।। घायलों को भी समुचित उपचार और मुआवजा दिया जायें। परिजनों को मृत शरीर शीघ्रातिशीघ्र सौंपे जायें।
2.बसों में सीट संख्या के अनुरुप सवारियां बिठायी जायें।
3.जितने परमिट उतनी बसें चलायी जायें। बसों की संख्या बढ़ाई जायें।
4.सार्वजनिक परिवहन का निजीकरण करना बंद करो।
5.शराब आदि नशा सामग्री पर प्रतिबंध लगाओ। जगह जगह वाहन चालकों की जांच की जाये।
6.खटारा बसों को सड़कों पर चलाना बंद करो