सरपंच एवम पंचायतों द्वारा ही विधवा किसान बुजुर्ग महिला के खेत एवम जमीन पर डाला जा रहा कचरा

रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर की एक नई तस्वीर सामने आई है जिसमे इंदौर शहर को स्वछता में अव्वल रहने के लिए निरंतर सफाई हेतु नए नए नियम बनाये जा रहें है, जिसमे घरों से कचरा वाहनों से कचरा संग्रहण करने के पश्चात नगर निगम के कचरा केंद्रों पर भेजा जाता है, जहाँ पर गीला एवम सूखा कचरा अलग करने के पश्चात सी. एन.जी. गैस तक बनाई जा रही है,
लेकिन राउ विधानसभा ग्राम मोरोद, मंचला में यहां की पंचायतों द्वारा एक बुजुर्ग गरीब विधवा महिला किसान के खेत एवम भूमि पर ही कचरा डाला जा रहा है जिसमे गीला और सूखा कचरा खुले में फ़ेक कर जलाया जा रहा है, जिसकी शिकायत बुजुर्ग महिला द्वारा इंदौर कलेक्टर से लेकर ज़िला पंचायत, मंचला पंचायत में शिकायत और आवेदन के माध्य्म से अवगत करवाया लेकिन, बुजुर्ग महिला को किसी भी प्रशासनिक और पंचायत द्वारा आवेदन की प्रति लेकर आवेदन की प्रति रिसिविंग नहीं दी गई है, उक्त बुजुर्ग महिला करीबन 4 माह से बिभागीय और पंचायतों के चक्कर लगा रही है, लेकिन आज तक इस कचरे के निपटान और यहां से दूषित कचरा हटाने का कार्य नहीं किया गया है, जिसमे संबधित अधिकारीयों की अनदेखी साफ साफ देखि जा रही है,
यहां कचरा जलाने से बायु प्रदूषण तो होता ही है उसके साथ ही, यहां कुओं का पानी भी पिने योग्य नहीं बचा है,यहां की बुजुर्ग महिला द्वारा आवेदन के माध्यम से बताया गया है कि में सीता बाई पति स्व. धन्नालाल बड़ोड़िया, निवासी ग्राम मांचला खंडवा रोड इंदौर की होकर मेरी जमीन कृषि भूमि ग्राम मछला में है जिस पर ग्राम पंचायत मोरोद के सरपंच महोदय अवैध रूप से अपनी ग्राम पंचायत मोरोद का सभी प्रकार का गीला,सूखा कचरा ग्राम पंचायत की कचरा गाड़ीयों के माध्यम से डलवा देता है, मुझ प्रार्थी द्वारा कई बार मना करने पर भी उक्त सरपंच द्वारा धौंस दिखाते हुए कहा गया है कि मैं सरपंच हूँ,में कचरा कहीं भी डलवाऊ तुमसे जो बनता हो कर लो मुझ बुजुर्ग विधवा महिला को चुप कर देता है एवं अन्य ग्राम पंचायत असरावत खुर्द की कचरा गाड़ी का कचरा भी मेरी भूमि पर डलवाया जा रहा है
जब मैं उक्त कचरा गाड़ी वाले को मेरी भूमि पर कचरा डालने का मना किया तब, कचरा वाहन चलाक द्वारा कहा गया कि कि हम कचरा डालने का पैसा तुम्हारे सरपंच को देते हैं, मेरे कृषि भूमि पर कचरा डालने के कारण मेरी भूमि और आसपास की कृषि भूमि दूषित हो रही है,एवं कुएं का पानी भी दूषित हो रहा है जो कि हम उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जिसका उक्त बुजुर्ग महिला द्वारा इंदौर कलेक्टर के नाम आवेदन देकर अवगत भी करवाया गया था,लेकिन आज तक आवेदनों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है, आज भी बुजुर्ग महिला गंदगी और बदबू के साए में खेती करने और गंदे पानी के पीने को मजबूर है,यहां पर देखा गया है कि खुले कचरे के पड़े रहने से यहां से निकलने वाले मवेसी भी उक्त कचरा खाते है,जिससे जो दूध हम घरों में पीते हैं वही दूध हमें यहां पर पड़े कचरे को मवेसी खाते है, जिससे मंचला ग्राम में गंभीर बीमारियों को भी निमंत्रण दे रहे हैं