श्री कृष्ण जन्म की कथा सुनाओ विभोर हुए श्रद्धालु पूरा पंडाल जयकारों से गूंजा, ठेंगहा

रिपोर्ट पवन कुमार तिवारी
ठेंगहा(अमेठी) – व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है, अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है, ठेंगहा ग्राम सभा में चल रही 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ग्यान यज्ञ आयोजन के चतुर्थ दिवस पर कथा व्यास आचार्य राजीव नयन शरण जी महाराज ने यह बात कही श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया श्री कृष्ण जन्म की कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे,
*आचार्य राजीव नयन शरण महाराज ने सुनाई कथा*
कथा व्यास आचार्य राजीव नयन शरण जी महाराज ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्री कृष्ण गोकुल पहुंच गए l आचार्य ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है तब तक भगवान धरती पर अवतरित होते हैं जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ पूरे पंडाल जयकारों से गूंज नहीं लगा l
*श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे*
श्री कृष्ण जन्म उत्सव पर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे l एक दूसरे को श्री कृष्ण जन्म की बधाइयां दी गई एक दूसरे को खिलौने और मिठाइयां बांटी गई कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन प्रदुम कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई कथा में दूर-दूर से पधारे श्रद्धालुओं ने कथा का आनंद लिया जिसमें मुख्य यजमान राम सुंदर तिवारी, गंगा प्रसाद तिवारी, जगदीश नारायण तिवारी, श्याम सुंदर तिवारी, राम कृपाल तिवारी, त्रिभुवन प्रसाद, संतोष, भूपेंद्र, धीरज, निरज, धीरेन्द्र, राजेश, राशिक, नीलेश, शिवांक, राजा, अंश, ऋशु, कृष्णा सहित पूरा परिवार और ग्राम सभा के सम्मानित लोग मौजूद रहे l