हमेशा स्वछता में अव्वल रहने वाले इंदौर की तस्वीर, नालियों के पवित्र जल के छीटों से होकर पवित्र होते राहगीर एवम रहवासी

रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर के देवगुराड़िया पंचायत का मामला, इस पंचायत में इंदौर नगर निगम का कचरा प्लांट भी आता है, लेकिन यहां की कालोनीयों की तस्वीर कुछ और बयां करती है, जिसमे यहां की पंचायत और रहवासी संस्थाओ द्वारा यहां के विकास कार्य एवम साफ सफाई के कार्य देखें जा रहें है, लेकिन यहां रोड़ पर ड्रेनेज़ का पानी यहां की सुंदरता साफ साफ दिखा रहा है, जबकि इस पंचायत में शिवरात्रि पर गुटकेश्वर महादेव मंदिर प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है, यहां कईं प्रकार की अनिमियत्ताएं देखने को भी मिल रही है, पिछले वर्ष भी मेरे परिषर में आगजनी की घटना हुई थी, काफी मुश्किलों से आग पर काबू पाया गया था, जिन पाइपो के कारण आगजनी हुई थी,वहीं पाइप आज तक उसी हालत में पड़े देखें जा सकते है, मेला परिषर में जब दर्शनर्थियों की भीड़ ज्यादा होती है तब जान बचाने हेतु मार्ग भी नहीं मिल पाते है, जबकि मेला परिषर का रास्ता भी इन कालोनीयों से ही जाता है, अब प्रशासन को देखना होगा कि, जब देवगुराड़िया पंचायत सीमा में एक तेंदुआ आया था जिसमे वन बिभाग से लेकर प्रशासन को भी देर से रिस्कयु करने बातो को बताकर वाहवाही लूटी थी, लेकिन गंदगी से यहां के रहवसियों को कोई राहत नहीं है,
एक और मध्यप्रदेश शासन में ग्राम विकास योजनाएं चलाई जा रही है और उन्ही ग्राम पंचायतों में इस प्रकार की लापरवाहीयॉ देखने में आ रही है