फैसला तो हो चुका है फासले मिटाइए : कवि शशिकांत यादव(मां तुलजा भवानी के आंगन में कवि सम्मेलन संपन्न)

रिपोर्टर पत्रकार विपिन मित्तल
तराना
मां तुलजा भवानी के आंगन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन पूर्व मंत्री बाबूलाल मालवीय के मुख्य आतिथ्य एवं समाजसेवी ओमप्रकाश पलोड़ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ । जिसमें विशेष अतिथि के रूप में कवि संजय जैन एवं सांसद प्रतिनिधि बबलू कारपेंटर उपस्थित थे । कार्यक्रम के संयोजक सेवानिवृत शिक्षक विष्णुगोपाल मित्तल थे । इस अवसर पर लोकप्रिय हास्य कवि नरेंद्र नखेत्री का नागरिक अभिनन्दन किया गया । साथ ही आचार्य हरिनारायण पटेल को नगर में साहित्यिक वातावरण को जीवंत बनाए रखने के लिए और हर्षिता देवड़ा (डिप्टी कलेक्टर) व रिया गिरा (ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर) को उच्च पद पर चयनित होने पर अभिनंदित किया गया ।
कवि शशिकांत यादव के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में जयपुर से आए ओजस्वी कविअशोक चारण ने पुलवामा हमले में हुए शहीदों को काव्यांजलि प्रस्तुत की-
*आसमान में उडकर अपने मान शौर्य के क्षीर चले*
*पुलवामा का बदला लेने भारत माँ के वीर चले*
*हिम्मत है तो तुम भी पढ़ लो सारी खबरें लाया हूँ*
*प्रेम दिवस का खून सना अखबार फेंकने आया हूँ*
आफ्टर दिनेश देसी घी और मुन्ना बैटरी ने अपनी कविताओं से सभी को खूब हंसाया । चित्तौड़ से आई हुई कवियत्री सुमित्रा सरल ने गीत और ग़ज़ल से कवि सम्मेलन में समा बांधा। गीतकार गौरव साक्षी ने अपने मुक्तक और गीतों से सभी को प्रभावित किया । कार्यक्रम के सूत्रधार व्यंग्यकार सुनील गाइड ने अपनी व्यंग्य रचनाओं से सभी को प्रभावित किया । कवि सम्मेलन के संचालक शशिकांत यादव ने अपनी पंक्तियों के माध्यम से कवि सम्मेलन को ऊंचाईया प्रदान की-
*नेक है जो रास्ते तो नेकियां बढ़ाइए*
*फैसला तो हो चुका है फासले मिटाइए*
कवि सम्मेलन के प्रारंभ में अतिथियों एवं कवियों का स्वागत संयोजक विष्णुगोपाल मित्तल, नरेंद्र बिड़ला, राजकुमार मित्तल, श्याम मित्तल, प्रदीप बोड़ाना ,सुरेश बाहेती, महेश जोशी, आयुष मित्तल, रोहित राठी, दिनेश बंसल, कान्हा मित्तल आदि ने किया । संयोजक विष्णु गोपाल मित्तल के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन के प्रारंभिक कार्यक्रम का संचालन सुनील गाइड ने किया एवं आभार राजकुमार मित्तल ने व्यक्त किया ।