युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ठगी रुकने का नाम नहीं ले रही है

संवादाता रुशन अहमद
पीलीभीत:- आज के समय हर युवा का सपना होता है कि वह एक अच्छा मकान बनाए, लग्जरी कार खरीदे और शानदार जीवन जिए। इन सपनों को पूरा करने के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं, लेकिन इसी चाहत का फायदा ठग उठाते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से सामने आया है, जहां विदेश भेजने के नाम पर युवाओं से लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने सात जालसाजों को गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, नकदी और फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र बरामद किए हैं। मामले का खुलासा एएसपी विक्रम दहिया ने प्रेसवार्ता में किया, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
बता दें पुलिस को पिछले कुछ दिनों से ठगी की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। माधोटांडा और पूरनपुर कोतवाली में कई रिपोर्ट दर्ज कराई गई थीं। पीड़ितों में से एक, गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसके भाई पवनदीप सिंह को विदेश भेजने के नाम पर 20 लाख रुपये की डिमांड की गई थी। पहले एडवांस के तौर पर 5 लाख रुपये लिए गए और बाद में जबरन आठ लाख रुपये और ऐंठ लिए गए।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह पिछले पांच साल से सक्रिय था। ये कम पढ़े-लिखे युवाओं के लिए फर्जी ग्रेजुएशन की मार्कशीट बनाकर वीजा बनवाने में मदद करते थे। ऑनलाइन इंटरव्यू के लिए डुप्लीकेट कैंडिडेट तक उपलब्ध कराते थे। इतना ही नहीं, ये गिरोह नकली फिक्स्ड डिपॉजिट भी तैयार कर देता था।
फिलहाल पुलिस ने सातों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि फरार दो आरोपियों की तलाश जारी है। अगर आप भी विदेश जाने की योजना बना रहे हैं, तो सतर्क रहें और किसी भी अनजान एजेंट से सावधान रहें!