शाम होते ही सजती है रिंग रोड के अधिकतर ढाबों कि रौनक छलकते है जाम। शाम होते ही जमती है शाराबियों कि महफ़िल

रिपोर्ट – मुकेश नागवंशी
छिंदवाड़ा दबंग केसरी। शहर के रिंग रोड स्थित आसपास के ढाबे अवैध आहते और बार में तब्दील हो जाते हैं। शाम होते ही इन ढाबों में शराब के शौकीनों का जमावड़ा लगना शुरु हो जाता है। जो देर रात तक शिलशिला चलते रहता है। सूत्रों कि माने तो इन ढाबों में अवैध शराब बेचने के साथ ही शराब परोसी भी जाती है अवैध शराब की बिक्री पर ढाबा संचालक द्वारा अधिक दाम लिए जाते है। सूत्र से पता चला है कि इसके एवज में ढाबा संचालक मोटी रकम ले रहे है। इधर नए साल को लेकर ढाबा संचालकों ने ढाबों में शराब के शौकीनों के लिए खास इंतजाम किए है। ढाबों को रंगीन रौशनी से सजाया गया है। इस तरह ढाबा संचालक युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। शाम होते ही शहर से लेकर रिंग रोड तक माहौल मदिरामय हो जाता है। शहर के अधिकतर खाली मैदान मदिराप्रेमियों के लिए सुविधा केंद्र साबित हो रहे है। मुख्यतः इनमें शुक्ला ग्राउंड, इनर ग्राउंड, कलेक्ट्रेट के सामने, स्टेडियम ग्राउंड, पालिका मार्केट की छत, परासिया रोड, नागपुर रोड, सिवनी रोड, प्राइवेट बस स्टेड की छत सहित और भी इलाके शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिंग रोड के अधिकतर ढाबे ऐसे है जिनमें शराब परोसी जाती है।