वीरेंद्र सिंह राणा बने दूसरी बार लेदरी नगरपंचायत अध्यक्ष निर्दलीय प्रत्याशी देवबहादुर सिंह को 356 वोट से शिकस्त दी

रिपोर्टर-श्रीकांत सिंह
एमसीबी/कोरिया- आख़िरकार तमाम कयासों और पूर्वानुमानों को झुठलाते हुए भारतीय जनता पार्टी नगर पंचायत नई लेदरी के भाजपा प्रत्याशी व क्षेत्र के लोकप्रिय नेता वीरेंद्र सिंह राणा ने नगरपंचायत अध्यक्ष पद पर शानदार जीत दर्ज की हैं। ये दूसरा मौका होगा जब वीरेंद्र सिंह राणा की ताजपोशी नगरपंचायत लेदरी के अध्यक्ष पद पर होगी। इसके पूर्व भी राणा 2009 से 2014 तक नगरपंचायत लेदरी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
नगरपंचायत के लिहाज़ से अच्छी जीत
भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी रहे वीरेंद्र सिंह राणा ने निर्दलीय प्रत्याशी को 356 वोटों से हराया। कम आबादी वाले नगर पंचायत के लिहाज़ से ये अच्छी जीत हैं। हैरानी की बात हैं कि काँग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व नगरपंचायत अध्यक्ष विष्णु दास पनिका उम्मीदवारों में सबसे अंतिम पायदान पर रहे।जो क्षेत्र में काँग्रेस के लिए शर्मनाक स्थिति को बयाँ करता हैं।
किसको कितने मत मिले* यहाँ भाजपा प्रत्याशी वीरेन्द्र राणा को *1115* मत
दूसरे नम्बर पर भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी देवबहादुर सिंह को *759* मत,तीसरे नम्बर पर पार्षद रहे काँग्रेस से बागी निर्दलीय प्रत्याशी सोनू केवट *489* मत,चौथे क्रम में काँग्रेस से बागी निर्दलीय लड़ रहे संजीवन लाल *358* मत व सबसे अंतिम पायदान पर काँग्रेस उम्मीदवार पूर्व अध्यक्ष विष्णु दास पनिका को *285* मत व नोटा को 19 मत पड़े। तमाम विरोध के बावजूद पूर्व अध्यक्ष को काँग्रेस द्वारा प्रत्याशी बनाना यहाँ काँग्रेस को भारी पड़ा व सरल,सहज,मृदुभाषी छवि के वीरेन्द्र सिंह राणा ने चुनाव जीता।
*भाजपा संगठन के बड़े नेता हैं राणा* नवनिर्वाचित नगरपंचायत लेदरी के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राणा की गिनती जिले के शीर्ष भाजपा नेताओ में होती हैं।आरएसएस व एबीवीपी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुवात किये वीरेंद्र सिंह राणा भाजपा संगठन में कई पदों पर रह चुके हैं।वे वर्तमान में भाजपा के जिला महामंत्री, इसके पूर्व जिला उपाध्यक्ष समेत संगठन के कई पदों पर रहे हैं।
*भाजपा जिलाध्यक्ष बनने से चूके*
वीरेंद्र सिंह राणा एमसीबी जिले के भाजपा अध्यक्ष पद के स्वाभाविक दावेदार रहे लेकिन ऐन वक्त पर महिला कार्ड के रूप में पूर्व विधायिका चम्पा देवी पावले भाजपा जिलाध्यक्ष बनी।भले ही राणा इस बार जिलाध्यक्ष बनने से चूक गए लेकिन भविष्य में उन्हें जिले में भाजपा का नेतृत्व कर्ता के रूप में देखा जा रहा हैं।