परीक्षा को सिर्फ परीक्षा समझे सब कुछ अच्छा होगा

रिपोर्टर मोहम्मद आसीफ लंघा
आमला. मेरे प्यारे छात्र छात्राओं मै मंगेश पंचोले शिक्षक—-पत्रकार आमला
प्यारे बच्चों आगामी कुछ दिनों में या मान लीजिए एक पखवाड़े बाद आप सभी छात्र-छात्राओं की बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली है इस विषय पर मैं आप लोगों से आपकी परीक्षाओं के संबंध में समाचार पत्र के माध्यम से एक वार्ता एक संवाद साझा करना चाहता हूं, प्यारे बच्चों शिक्षा के क्षेत्र में मुझे दीर्घकाल का अनुभव है और जैसा कि मैं जानता हूं कि आप सभी अपने बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी में बड़े जोर शोर के साथ जूटे होंगे। मैं अपने छात्र जीवन से लेकर एक अध्यापक होने की यात्रा तक के कुछ परीक्षा संबंधी अनुभवों को कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के आधार पर आप लोगों के साथ साझा करना चाहता हूं :- *नंबर १* प्यारे बच्चों मनुष्य जीवन में किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है जिसमें जरूरी नहीं कि हम हर परीक्षा में सफल ही रहें, लक्ष्य को हासिल करने की इस यात्रा में कई बार असफलताओं से भी गुजरना पड़ता है और इस चुनौती को हमें साहस के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए।
*नंबर २* मनुष्य जीवन में किसी भी सफलता को हासिल करने के लिए एक लंबे संघर्ष और कठिन परिश्रम से गुजरना पड़ता है जिसके लिए हमें मानसिक और शारीरिक रूप से हमेशा तैयार रहना चाहिए।
*नंबर 3 प्यारे* बच्चों मनुष्य जीवन में किसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई भी परीक्षा पहली या अंतिम परीक्षा नहीं होती, इसलिए परीक्षा के असफल परिणामों से कभी भी घबराएं नहीं बड़े धैर्य, शांत मन और विवेक के साथ इस चुनौती एक सुअवसर मानकर सफल होने की तैयारी में तन मन से जुड़ जाए।
*नंबर ४-* मेरे प्रिय छात्र-छात्राओं मनुष्य जीवन में परीक्षाओं का दौरा कभी समाप्त नहीं होता जीवन के अंतिम लक्ष्य तक और अंतिम समय तक कई परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है इसमें कई बार सफलता और असफलता के परिणामों से सामना होता है जिसका डटकर मुकाबला करें।
*नंबर 5* मेरे प्यारे बच्चों *जीवन में हमेशा इस बात को याद रखना चाहिए कि :- *जब हमारा मन अशांत होता है तो कोई भी कार्य हमें कठिन लगता है समस्या मालूम पड़ता है।
* जब हमारा मन स्थिर होता है तो वही कठिन कार्य हमारे लिए चुनौती बन जाता है
* किंतु जब हमारा मन शांत होता है तो वह कठिन कार्य हमारे लिए सुअवसर बन जाता है। इसलिए परीक्षाओं में सफल होना कोई कठिन कार्य नहीं है यह आपके जीवन का एक सुअवसर है इस खुशी के साथ स्वीकार करें और पूरी लगन और मेहनत के साथ अपने परीक्षा की तैयारी में जुटे रहे मुझे विश्वास है सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी।
* और अंतिम बात प्यारे बच्चों मैं या आप कोई भी इस दुनिया के लिए मात्र एक व्यक्ति हो सकते हैं लेकिन वही व्यक्ति अपने परिवार के लिए पूरी दुनिया होता है। इसलिए आप अपने महत्व को जाने। परीक्षा में सफल होने या असफल होने के तनाव से मुक्त होकर प्रसन्नचित्त रहते हुए अपनी आने वाली परीक्षाओं को अपने जीवन का एक शुभ अवसर मानकर खुशियों के साथ परीक्षा की तैयारीयों जुड़ जाए। मुझे पूरा विश्वास है यदि आप लोग अपने उत्तरदायित्व और मेरे द्वारा कही गई बातों को कर्तव्य निष्ठा के साथ स्वीकारते है तो सफलता तुम्हारे कदमो मे होगी।
* और अंतिम बात स्वामी विवेकानंद ने कहा था
* Choose the highest idol and leave your life up to that, look at the ocean not the waves.
* अर्थात अपने जीवन में उच्च आदर्श स्थापित करो, और उस लक्ष्य को पाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दो, समुद्र को देखो उसकी लहरों को नहीं।*
प्यारे बच्चों आप सभी को* आगामी परीक्षाओं की शुभकामनाओं के साथ
*बहुत-बहुत धन्यवाद* *मंगेश पंचोले शिक्षक —–*