तनाव मुक्त परीक्षा विषय पर विद्यार्थियों से संवाद कार्यशाला का हुआ आयोजन

रिपोर्ट – नरेश चौकसे
भारत सरकार के दिशा निर्देशन और सीएमडी राकेश कुमार चोखानी के मार्गदर्शन में भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के उपक्रम नेपा लिमिटेड द्वारा मंगलवार को ठाकुर वीरेंद्र सिंह मेमोरियल स्कूल में तनाव मुक्त परीक्षा को लेकर परीक्षा पे चर्चा विषय पर एक संवादात्मक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन और सरस्वती पूजन के साथ शुभारंभ किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता जिले के विख्यात मोटिवेशनल स्पीकर और करियर काउंसलर अजय सिंह मौर्य द्वारा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे शालेय छात्र छात्राओं को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि परीक्षा से संबंधित भय,चिंता और दबाव विद्यार्थियों के तनाव को बढ़ाता है। परीक्षा संबंधी बहुत अधिक तनाव,जो विद्यार्थी अपने ऊपर डाल लेते हैं या सामाजिक अपेक्षाओं के कारण वह जिस तनाव का अनुभव करते है,उसका सामना ना कर पाने के कारण विद्यार्थी प्रायः गलत आदतों में पड़ जाते हैं, जिसका उनके ऊपर एक प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है,जो लंबे समय तक रहता है,जो आगे चलकर उनके तनाव को और भी अधिक बढ़ा देता है। इससे निपटने के लिए जीवन में अनुशासन और अच्छी तैयारी के साथ नियमित दिनचर्या आवश्यक हैं। नियमित दिनचर्या से मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं, जिससे परीक्षा की तैयारी में मदद मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को ध्यान करने की सलाह दी, जिससे एकाग्रता बढ़ती है और तनाव कम होता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का सही उपयोग करना सीखना चाहिए। स्मार्टफोन और इंटरनेट से केवल मनोरंजन के बजाय ज्ञान प्राप्त करने पर ध्यान देना चाहिए। मौर्य ने आगे कहा कि वे अपना दिन व्यवस्थित करें और पढ़ाई के साथ-साथ खेल और अन्य गतिविधियों के लिए भी समय निकालें। उन्होंने छात्रों से परीक्षा को उत्सव की तरह लेने की अपील की, ताकि वे दबाव महसूस न करें। वे केवल परीक्षा उत्तीर्ण करने को लक्ष्य न माने अपितु, सफलता हेतु कड़ा परिश्रम करे। सफलता का अर्थ केवल अच्छी नौकरी, व्यवसाय, अच्छी आय, कार या खुद के लिए बड़ा मकान नहीं है बल्कि, आपने कितने लोगों को कामयाब किया या कामयाबी के लिए प्रभावित किया यह होता हैं।
प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन महेंद्र केशरी ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए। हर बच्चे की अपनी क्षमता होती है और उसे पहचानकर आगे बढ़ाने की जरूरत है। ताकि हर बच्चा तनावमुक्त होकर बिना किसी भय या दबाव के परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके। कार्यशाला में मिली मौर्य द्वारा उपस्थित छात्र छात्राओं की परीक्षाओं के तनाव और लक्ष्य को लेकर उत्पन्न जिज्ञासाओं को शांत किया गया।
जन संपर्क अधिकारी संदीप ठाकरे ने बताया कि परीक्षाओं को भयमुक्त और तनावमुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प “परीक्षा पे चर्चा” वर्ष 2018 से हर साल आयोजित होने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत की जाती हैं तथा बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं को तनावमुक्त और सहज तरीके से कैसे हल किया जाए, इस पर चर्चा की जाती हैं । भारत सरकार के उपक्रम नेपा लिमिटेड द्वारा इसी तारतम्य में प्राचार्या शुभांगी यशवंत पाटिल के साथ समन्वय कर नगर के शालेय विद्यार्थियों के साथ एक संवादात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की समाप्ति पर सभी बच्चों को परीक्षाओं में सफलता हेतु शुभकामनाओं स्वरूप मुंह भी मीठा करवाया गया। कार्यक्रम का संचालन जन संपर्क अधिकारी संदीप ठाकरे ने किया तथा आभार पुरुषोत्तम पवार ने माना। इस दौरान मनीष सारवे, रजनी अशोक कुमार, जयश्री चौधरी, रेणुका नायके, अंजली ग्वालानी, आयुषी मतलाने, खुशबू सावले, राहुल कृष्णा, मनोज पवार, मनोज प्रजापति सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे।