चुनाव की आपसी रंजिस बन सकती है बड़ा अपराध और गेंगवार का कारण, पुलिस क़े हाथ नेताओ द्वारा बंधे, राज्य सरकार पुलिस को दे पूर्ण आजादी

रिपोर्टर -शेखर ठाकुर
निगम चुनाव राजनांदगाव क़े परिणाम क़े बाद कई स्थानी पार्टियों द्वारा रंजिसो क़े चलते वादविवाद हारे हुए और जीते हुए प्रत्याशी क़े समर्थकों द्वारा आपसी रंजीसे निकाली जा रही है जिसमे टारगेट पार्टी समर्थक व्यक्तियों को किया जा रहा है, उसी क्रम मे वार्ड नंबर 6 चिखली एरिया मे माहौल को कुछ लोग खराब करना चाहते है,ये सब जल्दी हो सकता है शिवरात्रि क़े बाद या होली पर्व मे सूत्रों द्वारा मिली जानकारी क़े मुताबिक गेंगवार की पलानिंग हो रही है जिसमे नाबालिक लड़को का उपयोग किया जायगा और ये झोपड़पट्टी एरिया,शंकरपुर उड़िया मोहल्ला, राम नगर, स्टेशन पारा क़े नाबालिक लड़को की टीम तैयार हो रही है जिनके द्वारा चिखली मे और दीनदयाल कॉलोनी मे गेंगवार करने की तैयारी की जा रही है,, पुलिस विभागीय टीम द्वारा थोडा कड़ा रुक अपनाते हुए, रात्रि कालीन गस्त, चौक चौराहो मे 11 बजे तक बैठक करके शोर शराबा, गाली गुप्तार और सिगरेट बाजी करते है, उत्पाती करते हुए गाड़ियों को चलाना, अब समय आ गया है पुलिस को कड़ा रुक अपनाने का क्युकी इनके अंदर पुलिस का डर बिल्कुल ख़त्म सा हो गया है, इसलिए सार्वजानिक जगहों पे खुलेआम शराब, सिगरेट का सेवन देर रात्रि तक करना और गाड़ियों से हुड़दंग मचाना और किसी से थोड़ी सी बहस होने पे बड़ी घटना को अंजाम दे देते है पुलिस को अपवादी लोगो की धर पकड़ करने का यही समय है ,नहीं तो बड़ी वारदात को ये लोग अंजाम देंगे और बदनाम पुलिस विभाग होंगा, पर ये विभागीय गलती नहीं है राज्य सरकार सिर्फ माइक पे मौखिक रूप से अधिकारी लोगो को ये आदेश जारी कर देते है की वे राज्य, जिले और सिटी मे क़ानून व्यवस्था बनाये और कढ़ाई लाये,, और पूर्ण रूप से लोयन आर्डर का पालन हो, पर जैसे ही पुलिस विभाग कड़ाई करने लगता है तो ऊपर से निचे तक विभाग मे नेताओं क़े फ़ोन आने लगते है क्युकी यहाँ क़े बदमाश प्रवर्ती वाले लोग इस टाइप की बाते करते है, की एक जेब मे मंत्री और दुसरे जेब मे विधायक को लेके घूमते है करके और थाने मे किसी घटना मे विलुप्त व्यक्ति को या उसकी गाडी तक को छुड़वाने क़े लिए बॉस लोगो का कॉल थाने से लेके एसपी ऑफिस तक पहुंच जाता है और अगर बात सुने तो ठीक नहीं तो ट्रांसफर या लाइन हाजिर ये दो सजा से विभाग क़े व्यक्ति को गुजरना पढ़ता है इसलिए आज राज्य की स्तिथि ऐसी हो गई है की पुलिस चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रही है,, अगर राज्य सरकार सच मे राज्य मे क़ानून व्यवस्था को सुचारु और नियमित रूप से चलाना चाहती है और अपराध और अपराधियों पे अंकुस लगाना चाहती है तो उन्हें पुलिस विभाग को फ्री हेंड करना होंगा ताकि वे लॉयन आर्डर का पालन करना सबको सीखा सके, ये सब बाते राज्य सरकार को सोचनी है, की सुशासन की सरकार का वादा पूर्ण कैसे करना है!!