इंदौर में 150 प्रोफेसर्स को छात्रों ने बंधक बनायाः होलकर साइंस कॉलेज में होली मिलन के पोस्टर हटाने पर हॉल में बंद किया

रिपोर्टर : सुमित कुमार
इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज में सोमवार को छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल समेत 150 से ज्यादा प्रोफेसर्स को 30 मिनट तक बंधक बनाए रखा। सभी को हॉल में बंद कर बाहर गेट पर लकड़ी फंसा दी ताकि कोई बाहर न आ सके। मेन स्विच ऑफ कर बिजली भी बंद कर दी।दरअसल, छात्र नेताओं ने कॉलेज कैम्पस में निजी कोचिंग से स्पॉन्सर्ड होली मिलन समारोह के पोस्टर लगाए थे। प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने इन पोस्टर्स को हटवा दिया था। इसके बाद छात्र नेताओं ने प्रोफेसर्स को यशवंत हॉल में बंद कर दिया और बाहर नारेबाजी करने लगे।
एक कर्मचारी ने हॉल की खिड़की से बमुश्किल बाहर निकलकर गेट खोला। इसके बाद प्रिंसिपल डॉ.
अनामिका जैन ने कलेक्टर से मुलाकात कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से आयोजन की मंजूरी नहीं दी थी। बिना अनुमति लगे पोस्टर हटाए थे। किसी शर्मा कोचिंग को स्पॉन्सर बनाया गया था।
प्रिंसिपल रूम में बहज और बदतमीजी की
प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने बताया, कुछ दिन पहले कुछ छात्र नेता और एबीवीपी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मैदान में 7 मार्च को होली सेलिब्रेशन की अनुमति मांगी थी। वे होली का सेलिब्रेशन बड़े स्तर पर करना चाहते थे। उन्हें समझाया था कि इस तरह का बड़ा आयोजन कॉलेज परिसर में करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे माहौल बिगड़ सकता है।
सोमवार को पूरे परिसर में शर्मा कोचिंग के सहयोग से आयोजन के पोस्टर लगा दिए गए, रेन डांस, एंट्री फीस और आयोजन की तारीख लिखी थी। कॉलेज प्रशासन ने इन्हें हटवाया तो छात्र नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
यशवंत हॉल में मेंटर्स के लिए मीटिंग रखी गई थी। छात्रों ने पहले वहां नारेबाजी की, फिर बाहर से दरवाजे बंद कर दिए। इसके बाद वहीं के बैनर निकालकर उनके डंडों से गेट को जाम कर दिया और बिजली काट दी। यह अत्यंत अशोभनीय और अभद्र व्यवहार था। हम आधे घंटे तक अंधेरे में बैठे रहे। स्टूडेंट्स प्रिंसिपल रूम में भी आकर बहस और बदतमीजी करने लगे।
घटना की लिखित शिकायत भंवरकुआं थाने में की गई है। कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें बताया कि 7 मार्च को स्टूडेंट्स इस आयोजन को करने पर अड़े हैं। यदि वे नहीं माने तो पुलिस और प्रशासन की जरूरत पड़ेगी। छात्रों नोटिस जारी किया जा रहा है और उनके परिजनों को भी इसकी जानकारी दी जाएगी।
प्रोफेसर बोले- अब दिन में सिक्योरिटी लगानी पड़ेगी कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी और हेड ऑफ डिपार्टमेंट (फिजिक्स), डॉ. नागेश डगांवकर ने बताया, हमारी आगामी सत्र को लेकर मीटिंग चल रही थी। मैं प्रजेंटेशन दे रहा था, तभी बाहर से छात्रों की नारेबाजी की आवाज आने लगी। हमने मीटिंग जारी रखी। तभी अचानक लाइट चली गई। हमें लगा कि पावर कट हो सकता है। बाद में पता चला कि छात्रों ने जानबूझकर लाइट बंद कर दी थी।
हमने अपनी मीटिंग मोबाइल की लाइट में जारी रखी। मीटिंग खत्म होने के बाद गेट की तरफ जाने लगा, तो पता चला कि दोनों तरफ के गेट बंद कर दिए गए हैं। इससे कुछ फैकल्टी मेंबर्स को घबराहट होने लगी। हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। खिड़की से कुछ छात्रों से अनुरोध भी किया कि गेट खोल दें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
हमारे एक साथी साइड की खिड़की से बाहर निकले और गेट खोला, तब जाकर हम बाहर आ सके। फिलहाल रात के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, लेकिन इस घटना को देखते हुए अब दिन में भी सुरक्षा व्यवस्था करनी पड़ सकती है।
छात्र नेताओं का दावा- पहले अनुमति दी
एबीवीपी से जुड़े रितेश पटेल ने मीडिया से कहा कि होली मिलन के लिए अनुमति लेने गए थे। पहले अनुमति दी गई, उसी के बाद पोस्टर लगाए गए। जब पोस्टर हटाने का कारण पूछा तो प्रिंसिपल बात करने के बजाय मीटिंग में चली गई थीं।
कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित की
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि होलकर साइंस कॉलेज प्रिंसिपल ने इस मामले में शिकायत की है। छात्रों द्वारा किया गया यह कृत्य गंभीर है। एडीएम राजेंद्र रघुवंशी को जांच करने के लिए कहा है। वे शाम तक सभी पक्षों से बात करके रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।