किसान संघर्ष समिति की संभागीय बैठक रीवा में संपन्न

रिपोटर :- विप्लव गुप्ता
किसानों, मजदूरों और आदिवासियों को न्याय दिलाने अधिकार यात्रा निकालेगी किसान संघर्ष समिति
कंपनियों द्वारा विंध्य में किसानों आदिवासियों की जमीनों की लूट को रोकने के लिए सिंगरौली में पक्का मोर्चा लगाया जाएगा
डॉ राम मनोहर लोहिया का 1950 में रीवा में हिंद किसान पंचायत में दिया गया भाषण आज भी किसानों के लिए मार्गदर्शक बना हुआ है किसान संघर्ष समिति की संभागीय बैठक होटल राज पैलेस, रीवा में किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह शंखू की अध्यक्षता में तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुनीलम, राष्ट्रीय प्रवक्ता एड शिव सिंह, प्रदेश सचिव निसार आलम अंसारी, शत्रुघन यादव की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में एमएसपी की कानूनी गारंटी, संपूर्ण कर्जा मुक्ति का कानून बनाने, राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति रद्द कराने, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने, धान खरीदी केन्द्रों में हुए डेढ़ करोड़ के घोटाले में शामिल भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार करने, किसानों की बकाया राशि का तत्काल भुगतान कराने, आवारा पशुओं पर रोक लगाने, जंगली जानवरों द्वारा हुए नुकसान का लागत से डेढ़ गुना मुआवजा देने, सड़क दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने आदि प्रस्ताव पारित किए गए।डॉ सुनीलम ने संभागीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि रीवा संभाग समाजवादियों का गढ़ रहा है। डॉ राम मनोहर लोहिया द्वारा 1950 में हिंद किसान पंचायत का पहला अधिवेशन रीवा में किया गया था। सम्मेलन में डॉ राम मनोहर लोहिया द्वारा दिया गया भाषण आज भी किसानों के लिए मार्गदर्शक बना हुआ है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि विंध्य के सिंगरौली सहित आदिवासी इलाकों में कंपनियों द्वारा आदिवासियों की जमीन हड़पने की कार्यवाही बड़े पैमाने पर की जा रही है लेकिन आदिवासियों की जमीन बचाने के लिए राजनीतिक दल आगे नहीं आ रहे हैं इसलिए विंध्य में एक ऐसे किसान संगठन की जरूरत है जो विंध्य के आदिवासियों और किसानों की जमीनें बचा सके।
कंपनियों द्वारा विंध्य में किसानों आदिवासियों की जमीनों की लूट को रोकने के लिए सिंगरौली में पक्का मोर्चा लगाया जाएगा
डॉ सुनीलम ने कहा कि विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है, श्रम विभाग कंपनियों का पिट्ठू बनकर काम कर रहा है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि किसान संघर्ष समिति किसानों, मजदूरों और आदिवासियों को न्याय दिलाने के लिए तन, मन, धन से प्रयास करेगी, इसके लिए विंध्य में किसान, मजदूर, आदिवासी अधिकार यात्रा निकाली जाएगी तथा रीवा में किसान पंचायत आयोजित की जाएगी।
डॉ सुनीलम ने कहा कि सरकार से अपेक्षा की जाती है कि वह अडानी, अंबानी एवं अन्य कंपनियों की कठपुतली बनने की बजाय किसानों, मजदूरों, आदिवासियों को संरक्षण देने का काम करेगी।
डॉ सुनीलम ने विपक्षी पार्टियों से अपील की है कि वे कंपनियों द्वारा विंध्य की लूट को रोकने के लिए आगे आए।
राष्ट्रीय प्रवक्ता एड शिव सिंह ने कहा कि महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर आमंत्रित किया गया, लेकिन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण भगदड़ और दुर्घटनाएं हुई।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह शंखू ने कहा कि विंध्य के किसान आवारा और जंगली जानवरों से परेशान हैं। कई बार आवारा पशुओं पर रोक लगाने के लिए ज्ञापन सौंपे गये लेकिन सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। मीटिंग के बाद एसकेएम की बैठक बीकेयू टिकैत के अध्यक्ष सुग्रीव सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें मोर्चे के नेता तेजभान सिंह अशोक चतुर्वेदी उपस्थित रहे व आगामी रणनीति तैयार की गई बैठक में प्रमुख रूप से मीसाबंदी बृहस्पति सिंह प्रदेश सचिव संतकुमार पटेल रीवा अध्यक्ष फौजी यदुवंश प्रताप सिंह मऊगंज अध्यक्ष डॉक्टर हीरालाल पटेल सतना संयोजक तेजभान सिंह कार्यकारी अध्यक्ष मऊगंज श्रद्धा मिश्रा कार्यकारी अध्यक्ष रीवा लोकनाथ पटेल प्रदीप बंसल एवं संगठन के फौजी रमेश पटेल अनिल मिश्रा शिवनाथ सिंह दिवाकर द्विवेदी अशोक सिंह राम नारायण सिंह मोहम्मद तौहीद सीताराम सिंह मयंक सिंह खुशी लाल पटेल राजेश साकेत श्रीपाल सिंह राकेश शर्मा यज्ञनारायण सिंह इंद्रभान सिंह यादवेंद्र पटेल कृष्ण मित्र चतुर्वेदी विकास केवट सुरेंद्र सिंह आदि सैकड़ो की संख्या में नेता किसान उपस्थित रहे